सीवान के बाहुबली शहाबुद्दीन भले ही जेल में बंद हो, लेकिन उनकी पत्नी ने मोर्चा संभाल लिया है। CAA, NRC और NPA को लेकर अब शहाबुद्दीन की पत्नी हीना शहाब सड़कों पर उतर गयीं हैं। केंद्र सरकार के नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA)और एनआरसी (NRC) के विरोध में सोमवार से सीवान से संविधान बचाओ जुलूस निकाला गया। अधिनियम के विरोध स्वरूप लोगों ने मौन रखा।
नागरिकता संशोधन अधिनियम और एनआरसी के विरोध में सोमवार से सीवान से संविधान बचाओ जुलूस (procession) निकाला गया। शहर के राजेन्द्र स्टेडियम के पास से राजद नेत्री सह लोकसभा प्रत्याशी एवं सीवान के पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन की पत्नी हीना साहब की अगुवाई में सीएए और एनआरसी संघर्ष समिति के पदाधिकारी और आम लोग इसमें शामिल हुए। जुलूस सीवान के राजेन्द्र स्टेडियम से डीएवी मोड़, शांति वट वृक्ष, थाना रोड, जेपी चौक होते हुए पटेल चौक पहुंचा।
जुलूस रवाना होते वक्त मुस्लिम समुदाय ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और एनआरसी (NRC) के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन किया। संविधान का समर्थन करने वाले मुस्लिम नेताओं और धर्म गुरुओं के खिलाफ लोगों ने नारे लगाए। राजद नेत्री हीना साहब ने शामिल हो कर इसका विरोध किया।
हिना शहाब ने कहा कि हमलोग केंद्र सरकार के खिलाफ एकजुट हुए हैं। केंद्र के CAA और नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ में आज खड़े हुए हैं। शहाबुद्दीन की पत्नी ने कहा कि CAA, NRC और NPA जितने सारे बिल पास हुए हैं। हम चाहते हैं कि ये सभी वापस हों। हिना ने कहा कि हमलोग अपना पेपर जुटा सकते हैं लेकिन जो लोग गरीब हैं। उनकी करोड़ों की आबादी है। मजदूरी करने वाले लोग डाक्यूमेंट्स कहां से लाएंगे। हम ये बिल कभी भी कामयाब नहीं होने देंगे।