आज जेएनयू वाले कन्हैया कुमार का जन्मदिन है। इस अवसर पर लोग उन्हें बधाई संदेश भेज रहे हैं। आई जानते हैं अब तक कैसा रहा कन्हैया कुमार का जीवन
कन्हैया कुमार जेएनयू छात्र संघ के एक अगुवा अध्यक्ष थे, जिन्हें राष्ट्रीय बद-नामी के लिए उकसाया गया था, उनके उल्लंघन के कारण नहीं, बल्कि एक घटना के कारण जब उन्हें देश विरोधी नारे लगाकर भीड़ को भड़काने का आरोप लगाया गया था। उन पर भारतीय जनता पार्टी के सांसद माहिश गिरि और 2016 में एबीवीपी की शिकायतों के बाद संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी देने के लिए राजद्रोह का आरोप लगाया गया था।
उन्होंने सभी आरोपों का खंडन किया। भाकपा के क-ट्टर समर्थक, कुमार का जन्म बिहार में बेगूसराय में हुआ। वे अपने स्नातक दिनों के दौरान छात्र राजनीति में आ गए। वे ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन (एआईएसएफ)में शामिल हो गए और पटना में नालंदा विश्वविद्यालय से एमए करने के बाद 2011 में अफ्रीकी अध्ययन में पीएचडी करने के लिए जवाहरलाल विश्वविद्यालय में चले गए। उन्होंने जेएनयू प्रवेश परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया। 2018 को उन्हें सीपीआई में शामिल किया गया और वे 2019 में बिहार के बेगूसराय से सीपीआई के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
कन्हैया कुमार एआईएसए (ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन), एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद), एसएफआई (स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) और एनएसयूआई (नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया) के उम्मीदवारों को विफल करके ‘जेएनयू के छात्र संघ’ के अध्यक्ष बनने वाले पहले एआईएसएफ सदस्य बने।