राजस्थान के चित्तौड़गढ़ की कोतवाली पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने एक ऐसे फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है जो अमेरिकी लोगों से करोड़ों की ठगी करता था. पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर शहर के महाराणा प्रताप सेतु मार्ग पर लेंडिंग क्लब के नाम से संचालित संस्था पर छापा मारा. जहां से पुलिस ने वहां कार्यरत पांच लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.
जानकारी के मुताबिक ये सभी लोग अमेरिका की संस्था के कर्मचारी बनकर अमेरिकी लोगों को लोन मुहैया कराते थे. ये लोग लोन के नाम पर उनके बैंक खातों में लोन की कुछ राशि एडवांस जमा करवाते थे. जिसके बाद ये लोग उनसे वॉलमार्ट गिफ्ट कार्ड बनवा उसके नंबर व पिन लेकर उनके खाते से रुपए निकाल लेते थे.
बताया जा रहा है कि ठगी का काम करने के लिए इन लोगों को कुछ दिनों पहले ही गुजरात व मध्यप्रदेश से यहां काम के लिए लाया गया था. इन लोगों को इसके लिए 15 से 20 हजार के मासिक वेतन दिया जा रहा था. संचालक इन लोगों के जारिए अंग्रेजी भाषा की स्क्रिप्ट व मैसेज तैयार करा कर अमेरिकियों को फंसाता था और प्रतिदिन डॉलर में कमाई कर रहा था.
यही नहीं संचालक एक मोबाइल एप के माध्यम से आईडी बनाई थी. इसमें काम करने वाले युवकों से मोबाइल के जरिए अमेरिकियों को लोन मुहैया कराने का मैसेज भिजवाता था. अमेरिकी लोन के लालच में आकर आरोपियों को फोन करते थे. तब यह युवक उनकी कॉल को संचालक को फॉरवर्ड कर देते थे. तब फॉरवर्ड कॉल से संचालक अमेरिकी भाषा में अमेरिकियों को लोन के लिए बात करता था.
साथ ही संचालक अमेरिकियों को राशि देने के लिए राजी कर स्वीकृत राशि का कुछ हिस्सा उनके खाते में जमा करवाकर अपने झांसे में लेते हुए उनके पिन नंबर के जरिये खाते से सारी राशि हड़प कर जाते थे. ये आरोपी सेल्विंसन, पीटर जैसे नाम के इस्तेमाल कर ग्राहकों से बात करते थे. फिलहाल इस गिरोह के मुख्य सरगना की तलाशी की जा रही है. गिरफ्त में आये आरोपियों ने तीन दिनों में ही 2 हजार डॉलर का चूना लगा दिया. वहीं इससे पूर्व उदयपुर और चंडीगढ़ में भी इसी तरह का काम कर चुके है.