मुंबई से ठगी का एक अनोखा मामला सामने आया है। ठगों ने तांबे के एक लोटे से कई लोगों को बेवकूफ बनाया। ज्यादा से ज्यादा लोटे की कीमत 500 रूपए होगी, मगर इसे दिखाकर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की गई। अति प्राचीन काल का लोटा बताकर नेता, अभिनेता और व्यापरियों को ठगा गया।
ठगों ने महाराष्ट्र के बाहर भी लोगों को अपना शिकार बनाया जिसमें एक सासंद भी शामिल है। महाराष्ट्र क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया कि किसी भी नेता, अभिनेता और व्यापारी की ओर से पुलिस में शिकायत नहीं दर्ज कराई गई है। इस तरह की ठगी में शामिल चार आरोपियों को अक्टूबर महीने में ही गिरफ्तार कर लिया गया था। सोमवार को तीन और आरोपियों, योगेंद्र प्रजापति, सैयद बाबुल कबीर और प्रज्ञनेश द्वाडा को पकड़ा गया। डीसीपी अकबर पठान के मुताबिक, इन ठगों ने एक शख्स को डेढ करोड़ से ज्यादा की चपत लगाई।
अविश्वसनीय कहानी पर लोगों ने किया यकीन
रेडिएशन वाले लोटे की कहनी गढकर लोगों को फंसाया जाता था। गिरफ्तार लोगों में से एक प्रज्ञनेश द्वाडा बड़ी पार्टियों में जाकर लोगों को अपने जाल में फंसाता था। प्रज्ञनेश लोगों से कहता था कि उसके एक परिचित के पास एक रेडिएशन वाला लोटा है। NASA और DRDO इस लोटे का इस्तेमाल सैटेलाइट उड़ाने में करता है। नासा इस लोटे के लिए 6,000 करोड़ से 10,000 करोड़ देता है। इस लोटे को BARC से टेस्टिंग कराकर कंपनियां नासा को भेजती है। टेस्टिंग रेट 50 लाख से दो करोड़ तक बताया जाता था।
प्रज्ञनेश अपने शिकार को फर्जी वैज्ञानिक और फर्जी कंपनी मालिक से मिलवाता था। लोटे की टेस्टिंग के लिए मोटी रकम वसूलने के बाद एक तारीख दी जाती थी। ये कहा जाता था कि इस तारीख को BARC का आदमी टेस्टिंग के लिए आएगा। मगर उस तारीख पर कोई नहीं पहुंचता।