हैदराबाद रेप और मर्डर केस। 6 दिसंबर की सुबह चारों आरोपियों के एनकाउंटर की खबर आई। पुलिस ने बताया कि उनको वारदात वाले स्पॉट पर कुछ चीजों की तलाश के लिए ले जाया गया। वहां उन्होंने भागने और पुलिस पर हमला करने की कोशिश की। जवाबी कार्रवाई में आरोपी मारे गए। इसको लेकर तमाम लोगों में खुशी है तो कुछ लोग इस एनकाउंटर पर सवाल खड़े कर रहे हैं। घटना पर आरोपियों के परिवार वाले क्या बोल रहे हैं। वो परिवार वाले जो घटना के पहले बोले थे –
जैसे डॉक्टर को जलाकर मारा गया, वैसे ही हमारे बेटों को भी जलाकर मार दिया जाए।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, आरोपी चेन्ना की पत्नी रेणुका ने कहा कि उसे भी वहां ले जाकर गोली मार दी जाए, जहां उसके पति को मारा गया है। उसका कहना है कि वो प्रेगनेंट है, और एक साल पहले ही उसकी शादी हुई थी। चेन्ना की मां ने कहा कि उन्हें कुछ समय देना चाहिए था। क्योंकि उनसे कहा गया था कि वो गिरफ्तारी के 14 दिन बाद अपने बेटे से मिल पाएंगी। पर 8वें दिन ही उसे गोली मार दी गई। चेन्ना की मां का कहना है अगर पुलिसवालों को ऊपर से गोली मारने के आदेश मिले थे, तो उन्हें पहले बताना चाहिए था, जिससे वो एक बार मिल लेते। वो बोलीं-
पुलिसवाले उन्हें कुत्ते का खाना खिला देते, जेल में रखते, सजा दिलवाते पर उन्होंने तो उन लोगों को मार दिया।
मामले के मुख्य आरोपी मोहम्मद आरिफ की मां का कहना है कि वो अपना बेटा खो चुकी हैं। वही सहारा था। हम लोग बहुत गरीब हैं, और दिहाड़ी पर मजदूरी करते हैं। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने आरिफ और उसके दोस्तों को भला-बुरा भी कहा। उधर, आरोपी नवीन और शिवा के पापा ने भी इस एनकाउंट पर सवाल उठाए। उनका कहना है कि उनके बेटों और बाकी के आरोपियों को इस तरह क्यों मार दिया गया, उन्हें मिलने क्यों नहीं दिया गया?
दरअसल इन परिवारों को आरोपियों से आखिरी बार न मिल पाने की टीस है। इसी वजह से वो पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं।
दूसरी तरफ पीड़ित डॉक्टर के परिवार वाले खुश हैं। परिवार ने पुलिस के इस फैसले का स्वागत किया और खुशी जाहिर की। डॉक्टर के पापा का कहना था,
‘मेरी बेटी की मौत को 10 दिन हो गए हैं। मैं सरकार और पुलिस का आभार व्यक्त करता हूं। मेरी बेटी की आत्मा को अब शांति मिलेगी।’
वहीं डॉक्टर की बहन का कहना था,
‘आरोपियों का एनकाउंटर हो गया है। और मैं बहुत खुश हूं। मुझे लगता है कि ये एक उदाहरण होगा और अब कोई भी इस तरह का अपराध करने के बारे में नहीं सोचेगा। मुझे लगता है कि पुलिस ने रिकॉर्ड टाइम में ये किया है। जिन्होंने भी हमें सपोर्ट किया है मैं उन्हें थैंक्यू कहना चाहती हूं। पुलिस, मीडिया और तेलंगाना की सरकार को भी थैंक्यू कहना चाहती हूं।’
उमा वाया लल्लनटॉप