हौसला हो तो आसमान में भी छेद किया जा सकता है और इस बात को लेफ्टिनेंट शिवांगी ने साबित कर दिखाया है। 4 दिसंबर को नौसेना दिवस से दो दिन पहले 2 दिसंबर यानी आज लेफ्टिनेंट शिवांगी भारतीय नौसेना की पहली महिला पायलट के रूप में नौसेना के अभियानों में शामिल हो रही हैं। इसके साथ ही वह नौसेना की पहली महिला पायलट बन जाएंगी। लेफ्टिनेंट शिवांगी ने परिचालन प्रशिक्षण पूरा कर लिया है और आज आधिकारिक रूप से पायलट के रूप में नौसेना में शामिल हो रही हैं।
यह पहली बार है जब कोई महिला नौसेना में पायलट के तौर पर ज्वाइन कर रही है। शिवांगी कहती है कि वह देश की दूसरी महिलाओं को भी इसके लिये प्रेरित करना चाहती हैं। करियर के रूप में महिलाएं इस ओर भी कदम बढ़ा सकती हैं।
बिहार की रहने वाली हैं शिवांगी
शिवांगी, बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की रहने वाली हैं। उन्होंने डीएवी पब्लिक स्कूल, मुजफ्फरपुर (DAV Public school, Muzzafarpur) से स्कूल की पढ़ाई पूरी की है। स्कूल की शिक्षा पूरी होने के बाद उन्होंने सिक्किम मणिपाल यूनिवर्सिटी (Sikkim Manipal University) में बीटेक में दाखिला ले लिया और यहां से अपनी आगे की पढ़ाई पूरी की।
उन्हें इंडियन नेवल अकादमी, एझिमाला में 27 एनओसी कोर्स (27 NOC course) के हिस्से के रूप में एसएससी (पायलट) के रूप में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया और पिछले साल जून में वाइस एडमिरल एके चावला द्वारा औपचारिक रूप से कमीशन दिया गया।
नेवी की एविएशन ब्रांच में एयर ट्रैफिक कंट्रोल ऑफिसर और विमान में ‘ऑब्जर्वर’ के रूप में महिला अधिकारी पहले से कार्यरत हैं, जो संचार और हथियारों की जिम्मेदारी उठाती हैं। साउदर्न नवल कमांड में ट्रेनिंग लेने वाली लेफ्टिनेंट शिवांगी को आज आधकिारिक तौर पर डोर्नियर हवाई जहाजों को उड़ान भरने के लिए अथॉरिटी मिल जाएगी।