सोमवार को जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के साथ-साथ ही हज़ारों की तादाद में छात्रों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। ये छात्र बढ़ी हुई फ़ीस और यूनिवर्सिटी में लागू हुए ड्रेस कोड के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रदर्शन कर रहे छात्र अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) की ओर बढ़ रहे थे लेकिन गेटों पर बैरियर से वे समारोह स्थल तक नहीं पहुंच सके। उप-राष्ट्रपति वेकैंया नायडू इस दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे हैं।
बीबीसी की खबर के अनुसार इस वक़्त प्रदर्शन कर रहे छात्रों को रोकने के लिए भारी सुरक्षा बल तैनात है, जिनके हाथों में लाठियां है।
किस बात पर है छात्रों को आपत्ति
- यूनिवर्सिटी के नए नियमों के मुताबिक़ हॉस्टल फ़ीस में भारी भरकम बदलाव किया गया है। प्रशासन का कहना है कि पिछले 14 सालों से हॉस्टल के फ़ीस स्ट्रक्चर में बदलाव नहीं किया गया था।
- पहले डबल सीटर कमरे का किराया 10 रुपये थी जिसे बढ़ा कर 300 रुपये प्रति माह किया गया। वहीं सिंगल सीटर कमरे का किराया 20 रुपये से बढ़ाकर 600 रुपये रखा गया है।
- वन टाइम मेस सेक्टोरिटी फ़ीस 5500 रुपये से बढ़ा कर 12000 रुपये कर दिया गया है।
- रात 11 बजे या अधिकतम 11।30 बजे के बाद छात्रों को अपने हॉस्टल के भीतर रहना होगा और बाहर नहीं निकल सकेंगे। अगर कोई अपने हॉस्टल के अलावा किसी अन्य हॉस्टल या कैंपस में पाया जाता है तो उसे हॉस्टल से निकाला जाएगा।
- इसके अलावा नए मैनुअल में ये भी लिखा गया है कि लोगों को डाइनिंग हॉल में ”उचित कपड़े” पहन कर आना होगा। छात्रों का पूछना है कि ‘उचित कपड़े’ की परिभाषा क्या है। हालांकि विश्व विद्यालय प्रशासन का कहना है कि ये नियम पहले से जारी था। इसे केवल दोहराया गया है बदलाव नहीं किया गया।
छात्र संघ इस ड्रॉफ्ट को वापस लेने की मांग कर रहा है।
एक प्रदर्शनकारी छात्र ने कहा कि हम पिछले 15 दिनों से फ़ीस वृद्धि का विरोध कर रहे हैं। कम से कम 40 फ़ीसदी छात्र ग़रीब परिवार से आते हैं, वो छात्र यहां कैसे पढ़ेंगे? ‘