कल से एक खबर सोशल मीडिया में तैर रही है कि स्टैच्यू ऑफ युनिटी ने ताजमहल को पीछे छोड़ दिया है । खबर सही भी है कमाई के मामले में इसने सच में 71 करोड़ रूपये कमाये हैं लेकिन हकीकत ये है कि यहाँ टिकट की कीमतें ज्यादा है ।
इसके बारे में इसलिए बता रहे हैं क्योंकि इस स्टैच्यू की कमाई ने ताजमहल को पीछ छोड़ दिया है। जहां ताजमहल ने 56 करोड़ रुपए ही कमाए हैं, वहीं स्टैच्यू ऑफ यूनिटी ने 71 करोड़ से ज्यादा की कमाई की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आर्कियोलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने देश के स्मारकों पर सर्वे किया था। इसके बाद इस कमाई के बारे में पता चला।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की वेबसाइट के मुताबिक, अडल्ट यानी वयस्कों की एंट्री के लिए 120 रुपये की टिकट है। और 3 से 15 साल के बच्चों के लिए 60 रुपये की टिकट है। और अगर आपको वहां पर म्यूजियम देखना है, फोटो गैलरी देखनी है, सरदार सरोवर धाम देखना है, तो उसके लिए 3 से 15 साल के बच्चों के लिए 200 रुपये और बड़ों के लिए 350 रुपये का टिकट है। वहीं, एक्सप्रेस एंट्री के लिए टिकट 1000 रुपए है।
उधर, ताजमहल की एंट्री फीस सभी के लिए 50 रुपए है। पर विदेशी पर्यटकों के लिए 1100 रुपये और सार्क और बिम्सटेक के लिए 540 रुपये की टिकट है। तो देखा जाए, तो स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की एंट्री फीस की वजह से उसकी कमाई ज्यादा है। लोग सोशल मीडिया पर पोस्ट भी कर रहे हैं। जबकि दोनों के पर्यटकों की संख्या जानकर चौंक जाएंगे। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पर्यटकों की संख्या 26 लाख से ज्यादा है, जिसका जिक्र खुद पीएम मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में किया था। और दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, ताजमहल के पर्यटकों की संख्या करीब 64 लाख है।
अब खुद ही अंदाजा लगाईये कि कहाँ 26 लाख और कहाँ 64 लाख । आसमान जमीन के इस अंतर के बाद भी अगर स्टैच्यू ऑफ युनिटी जीत जाता है तो सिर्फ इसलिये कि उन्होने टिकटों की दर और कई तरह के पर्यटन स्थल का खर्चा भी उसमें जोड़ा हुआ है ।