मौजूदा आर्थिक विकास दर को देखते हुए भारत पाँच लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था कैसे बनेगा के सवाल पर पीयूष गोयल ने कहा कि हिसाब किताब में मत पड़िए.
उन्होंने कहा, “आप उस हिसाब-किताब में मत पड़िए जो टीवी पर देखते हैं कि 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था के लिए देश को 12 प्रतिशत की रफ़्तार से बढ़ना होगा. आज यह 6 प्रतिशत की रफ़्तार से बढ़ रही है. ऐसे हिसाब किताब में मत पड़िए. ऐसे गणित से आइंस्टीन को गुरुत्वाकर्षण की खोज में मदद नहीं मिली. अगर आप बस बने बनाए फ़ार्मूलों और अतीत के ज्ञान से आगे बढ़ते तो मुझे नहीं लगता कि दुनिया में इतनी सारी खोज होती.”
असल में बोलते समय साहेब भूल गए कि गुरूत्वाकर्षण की खोज न्यूटन ने की है न कि आइस्टीन नें । एक युजर ने तो लिखा कि सफाई की भी सोशल मीडिया पर आलोचना हो रही है ।