कांग्रेस की बैठकों में अब कोई वरिष्ठ नेता मोबाइल फोन लेकर नहीं जा पाएगा। बैठक में सदस्यों के मुद्दे से भटकाव और एजेंडे की गोपनीयता को बनाए रखने के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बैठकों में मोबाइल लाने पर पाबंदी लगा दी है।
सूत्रों ने सोमवार को बताया कि सोनिया गांधी ने भविष्य में कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में भी मोबाइल फोन लेकर आने पर पाबंदी लगाने का फैसला किया है। सूत्रों ने बताया कि इससे बैठक में चर्चा किए जाने वाले मुद्दों की गोपनीयता सुनिश्चित होगी।
सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी ने यहां शनिवार को पार्टी के महासचिव और अन्य पदाधिकारियों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक की खबरें भी तुरंत लीक हो गई थीं।
बता दें कि बीते शनिवार को ही दिल्ली कांग्रेस की बैठक में मोबाइल बाहर रखने को लेकर कुछ नेताओं ने ना-नुकुर करने की कोशिश की थी। यह मामला जब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी तक पहुंचा तो उन्होंने भी सभी नेताओं के सामने अपना भी मोबाइल फोन जमा करा दी। प्रियंका उसी वक्त बैठक में हिस्सा लेने पहुंची थीं। इसके बाद कांग्रेस के सभी नेताओं ने लाइन लगाकर अपना-अपना मोबाइल जमा कराया। शनिवार को सोनिया गांधी सबसे बाद में आईं थीं, लेकिन आते हीं उन्होंने भी अपना फोन जमा करा दिया।
बता दें कि पिछली कुछ बैठकों में चलती बैठक के बीच जानकारियां बाहर निकल रही थीं, जिसके बाद ये फैसला लिया गया। बताया जाता है कि कांग्रेस कार्यसमिति की एक बैठक में तो बैठक के अंदर की बातें बाहर से कनेक्ट हो गए। अंदर की बातें बाहर कुछ मीडियाकर्मी सुन रहे थे। इस जानकारी के बाद ही नई व्यवस्था अमल में लाई गई है। बता दें कि राजनीतिक पार्टियों की बैठक में गुप्त एजेंडा लीक हो जा रहा है। इससे पहले भी कई अन्य दलों ने भी बैठक में मोबाइल फोन पर बैन लगा रखा है।