गुरु नानक देव के पवित्र स्थल डेरा बाबा नानक साहिब जाने के लिए करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) का काम पूरा हो चुका है। इसी हफ्ते इसका उद्घाटन किया जाएगा। इस बीच वहां से मिली खुफिया जानकारी के मुताबिक जिस जेले में ये गुरुद्वारा है वहीं पर कई आतंकी कैंप (Terror Camp) चल रहे हैं।
ज़िले में कई टेरर कैंप
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, करतारपुर कॉरिडोर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के नारोवाल जिले में है। अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, इस जिले में आंतकी कई कैंप चल रहे हैं। खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों का कहना है कि ये आतंकी कैंप पाकिस्तानी पंजाब के मुरीदके, शाकरगढ़ और नारोवाल में है। कहा जा रहा है कि यहां बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष कैंप में मौजूद हैं और ट्रेनिंग ले रहे हैं।
तीर्थयात्रियों से पैसे लेगा पाकिस्तान
बता दें कि पाकिस्तान ने गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर की यात्रा करने के लिए हर दिन पांच हजार तीर्थयात्रियों को अनुमति दी है। पाकिस्तान प्रति तीर्थयात्री 20 डॉलर सेवा शुल्क भी वसूलेगा जिससे उसे हर रोज एक लाख डॉलर की कमाई होगी। लेकिन गुरुपर्व के दिन पाकिस्तान तीर्थयात्रियों से सेवा शुल्क नहीं लेगा।
तैयार है कॉरिडोर
पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को करतारपुर परिसर और गुरुद्वारा दरबार साहिब की कुछ तस्वीरें शेयर की हैं। इमरान ने कहा कि आस्था का ये केन्द्र गुरु नानक देव की 550वीं जयंती पर सिख श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए तैयार है।
बता दें कि इसी महीने सिख धर्म के संस्थापक और पहले गुरु, गुरुनानक देव की 550वीं जयंती मनाई जानी है। सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने पाकिस्तान के करतारपुर में रावी नदी के किनारे स्थित दरबार साहिब गुरुद्वारे में अपने जीवन के अंतिम 18 साल बिताए थे। ये गलियारा पंजाब के गुरदासपुर में स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को करतारपुर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब से जोड़ता है।
करतारपुर कॉरिडोर खोलना आईएसआई का हो सकता है एजेंडा: सीएम
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी पाकिस्तान की मंशा पर शक जताया है। उन्होंने कहा कि कॉरिडोर खोलना आईएसआई का गहन एजेंडा हो सकता है। इसका उद्देश्य जनमत-संग्रह 2020 के लिए सिख भाईचारे को प्रभावित करना है, जिसे सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के अंतर्गत बढ़ावा दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम पूरी तरह सक्रिय और चौकस हैं।
उन्होंने पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह की बातचीत करने के खिलाफ भारत सरकार को चेतावनी दी। क्योंकि हाल ही में पंजाब में आईएसआई की सरगर्मियां विशेष तौर पर नोट की गई हैं, जिनके मद्देनजर मुख्यमंत्री ने यह विचार प्रकट किए हैं।