बिहार में पश्चिमी चंपारण के बगहा में मगरमच्छों ने लोगों की नींद उड़ा दी है। आए दिन कभी सड़कों पर तो कभी रिहाइशी इलाकों में लोग मगरमच्छ को घूमते हुए देखते हैं। जिससे स्थानीय लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। मगरमच्छ के हमला से एक युवक की मौ’त भी हो चुकी है। वहीं रेस्क्यू के नाम पर केवल खानापूर्ती की शिकायत आम लोग करते रहे हैं।
बगहा में लोग शाम होते ही घरों के अंदर पैक होने पर मजबूर हो गये हैं। मगरमच्छ गंडक नदी तथा नदी किनारे के नालों से निकलकर रिहाइशी इलाके में घुस जाते हैं। पिछले महीने लोगों ने पाया कि मगरमच्छ पंचायत निधि से निर्मित पीसीसी सड़क पर घूम रहा है। जिसके बाद लोगों में ह’ड़कंप मच गया था। वहीं मगरमच्छ की दशहत अधिकारियों में भी है।
हाल में ही जब जल संसाधन विभाग के अभियंताआ तटबंध का जायजा लेने निकले थे तो मगरमच्छों ने उनपर ह’मला बोल दिया था। वो किसी तरह जान बचाने में सफल रहे थे। हाल में ही रामनगर के भावल गांव में तब कौतूहल मचा जब एक मगरमच्छ किसी के निजी पोखर में जाकर घुस गया। जब लोगों की नजर मगरमच्छ पर पड़ी तो ह’ड़कंप मच गया। काफी मशक्कत के बाद मगरमच्छ को पकड़ा गया। लोगों ने बताया कि किसी भी अनहोनी की शंका से वो हमेसा परेशान रहते हैं। बताया गया कि आये दिन मगरमच्छ हमारे तालाब में आ जाता है। मगरमच्छ को पकड़कर वन विभाग को सौंप दिया जाता है लेकिन इसका स्थायी समाधान नहीं हो सका है।