राजद में लालू प्रसाद के दोनों बेटों के बीच अदावत सार्वजनिक हो चुकी है। दोनों भाई लगभग दो माह से एक दूसरे के सामने नहीं आए हैं। ऐसे में आज जब तेज प्रताप ने जेपी जयंती पर एलपी मूवमेंट की शुरुआत की तो इसमें शामिल होने के लिए उन्होंने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को भी निमंत्रण दिया। लेकिन तेजस्वी उसमें शामिल नहीं हुए। इन सबके बीच अब लंबे समय बाद तेजस्वी ने अपने बड़े भाई को लेकर खुलकर बात की है।
सिवान के पूर्व सांसद मरहूम मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसाम शहाब के निकाह कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे तेजस्वी ने अपने बड़े भाई तेज प्रताप के लिए शुभकामनाएं दी। हालांकि उन्होंने अपने बड़े भाई का नाम नहीं लिया। तेजस्वी ने कहा जो लोग ऐसा कार्यक्रम कर रहे हैं, उन्हें मेरी शुभकामनाएं, ऐसे कार्यकम होते रहना चाहिए। जिसके बाद वह अपनी गाड़ी में बैठकर रवाना हो गए।
भक्त चरण की धमकी को किया दरकिनार
इस दौरान उन्होंने बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास द्वारा कुशेश्वरस्थान से अपने कैंडिडेट को वापस लेने की मांग को सीधे सीधे खारिज कर दिया। तेजस्वी ने साफ कहा कि अब इस मुद्दे पर किसी प्रकार की बात नहीं करनी है। यह विषय खत्म हो गया है। बता दें कि भक्त चरण दास ने कहा था कि अगर तेजस्वी अपना कैंडिडेट वापस नहीं लेते हैं तो यह महागठबंधन से कांग्रेस अलग हो जाएगी। जिसके लिए तेजस्वी जिम्मेदार होंगे। लेकिन तेजस्वी की बातों से इस बात पर मोहर लगा दी है कि दोनों पार्टियों के रिश्ते अब पूरी तरह से टूट की स्थिति में पहुंच चुकी है।