बहुराष्ट्रीय कंपनी एस्सार ने बिहार की दो चीनी मिलों के खरीदने के इरादा जताया है। इसके लिए सीतामढ़ी जिले के रीगा और गोपालगंज जिले के सासामूसा स्थित चीनी मिलों को चिह्नित किया है। निजी प्रबंधन के तहत संचालित ये चीनी मिल फिलहाल खस्ताहाल हैं। एस्सार यदि इन्हें खरीद लेती है तो इनके दिन फिर सकते हैं।
एस्सार कंपनी के निवेश की संभावना को देखते हुए राज्य सरकार सक्रिय हो गई है। गन्ना विभाग के अधिकारियों की हाल के दिनों में एस्सार कंपनी के उच्च प्रबंधन के साथ बैठक हुई है। रीगा और सासामूसा चीनी मिलों के प्रबंधन को भी इसकी जानकारी राज्य सरकार की ओर से दे दी गई है। कंपनियों के आर्थिक मूल्यांकन के बाद इस पर अंतिम रूप से फैसला होगा। फिलहाल एस्सार के अधिकारी दोनों चीनी मिलों की परिसंपत्तियों और देनदारियों का आकलन कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक एस्सार प्रबंधन की ओर से राज्य सरकार को कहा गया है कि उनकी प्राथमिकता दोनों मिलों से चीनी उत्पादन की ही रहेगी।
एस्सार जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनी के प्रदेश में पांव जमाने से प्रदेश में निवेश की संभावनाओं को विस्तार मिलेगा। एस्सार प्रबंधन खुद भी प्रदेश के दूसरे सेक्टर में निवेश कर सकता है। एक बहुऱाष्ट्रीय कंपनी के ताजा निवेश से दूसरी बड़ी कंपनियां भी प्रदेश में निवेश के लिए आकर्षित हो सकती हैं। राज्य में बन रहे औद्योगिक वातावरण को इससे बल मिलेगा। अगर एस्सार के साथ सौदा परवान चढ़ता है तो इन दोनों चीनी मिलों पर आश्रित लाखों गन्ना किसानों के भी दिन बहुरेंगे। इन दोनों चीनी मिलों के भरोसे गन्ना उगा रहे किसान उत्पादन बंद होने के बाद आर्थिक संकट में हैं। अधिकतर ने तो गन्ने की खेती ही बंद कर दी है। दोनों चीनी मिल शुरू होने से स्थानीय स्तर पर आर्थिक प्रवाह बढ़ेगा व रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।