“मैं मुंबई मलाड मालवानी में एक मुस्लिम सोसाइटी में रहता हूं और पिछले साल की तरह ही इस बार भी हमारे पड़ोसियों ने दिया जलाने और रंगोली बनाने को लेकर मेरी पत्नी से बहस की. वे हमें घर के दरवाजे के बाहर रंगोली बनाने और दिये जलाने से रोक रहे हैं. उन लोगों ने लाइटें तोड़ दी और भीड़ ने मुझसे जबरदस्ती लाइट हटाने को कहा.”
26 अक्टूबर की देर रात लिखे इस पोस्ट में डर की मात्रा थोड़ी ज्यादा नज़र आती है. इसे पढ़ कर ऐसा लग रहा है जैसे लिखने वाला मुंबई के मलाड में नहीं पाकिस्तान में रह रहा है. वैसे इस मामले में आगे जो हुआ उसे विस्तार से बताने से पहले जिन्होंने इस पोस्ट को लिखा है उनके बारे में जान लीजिए.
नाम है विश्व भानु. सपोर्टिंग एक्टर हैं, कई हिन्दी फिल्मों में काम कर चुके हैं. मसलन, ‘स्पेशल 26’, ‘मर्दानी’, ‘रघु रेमो’. इसके अलावा भी ये कई फिल्मों में साइड रोल में नज़र आ चुके हैं. 27 अक्टूबर की रात दीपावली थी, उससे ठीक पहले उन्होंने देर रात यानी 26 अक्टूबर को 11 बजकर 52 मिनट पर फेसबुक पर ये पोस्ट लिखी. भानु के फेसबुक पोस्ट लिखने के बाद लोगो के धड़ाधड़ कमेंट आने लगे. लोग उनके फेसबुक पोस्ट को शेयर करने लगे. चाहें हिंदू हो या मुस्लिम सभी लोग इसे गलत बता रहे थे. देखते ही देखते डेढ़ हज़ार से ज्यादा कमेंट हो गए और करीब 2 हज़ार लोगों ने भानु के पोस्ट को शेयर कर दिया. कुछ जगहों पर चर्चा हुई, कहीं कहीं बहस और कहीं कहीं तो माहौल में जहर घुलने लगा. दीपावली के मौके पर माहौल को तनावपूर्ण बनाने की यह साजिश थी या सचमुच कुछ ऐसा हुआ था इसकी पडताल इंडिया टूडे ग्रुप की साइट लल्लनटॉप ने की है.
भानु ने इसी मामले पर पीएम मोदी को भी ट्वीट करते हुए लिखा- “हर साल की तरह, मेरी पत्नी प्रियंका शर्मा को मोमबत्ती जलाने और दिवाली पर अपनी रंगोली बनाने से रोका गया है. असामाजिक तत्व जो सोसायटी में रहते हैं, जहां रेहान पेटीवाला, सलीम और मुस्तफा ने लाइट्स तोड़ दीं. हर साल वे ऐसा करते हैं और यहां तक कि हमारे भगवान और देवी-देवताओं का भी मजाक उड़ाते हैं. बकरा ईद पर, वे हमें अपना दरवाज़ा खुला रखने के लिए मजबूर करते हैं और वे हमारे घर के सामने बकरियों का वध करते हैं जबकि वो यह काम कहीं और भी जाकर कर सकते हैं. लेकिन, मैंने कभी कुछ नहीं कहा क्योंकि यह उनका त्योहार है. क्योंकि हम हिन्दू हैं, हमारा मज़ाक उड़ाया जाता है, दबाव डाला जाता है और ऐसी स्थिति बनाई जाती है कि हम जल्द ही इस क्षेत्र को छोड़ दें. छोटी-छोटी बातों के लिए, वे हमसे लड़ने आते हैं. मैं ज़्यादातर शूटिंग के लिए घर से बाहर रहता हूं, लेकिन मैं अपनी पत्नी को लेकर काफ़ी चिंतित हूं.” भानु इस मामले की शिकायत लेकर मलाड पुलिस स्टेशन भी पहुंचे. यहां उन्होंने पुलिस को जो शिकायत की, उसमें कुछ और बातें जोड़ी. भानु की शिकायत के बाद मलाड पुलिस कॉलोनी पहुंची, यहां जब उन्होंने दोनों पक्षों से बात की तब फिर मामला कुछ और ही निकला.
“आज तक” वालों ने मामले की पूरी जानकारी के लिए मलाड पुलिस स्टेशन के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर जगदेव कालापड़ जी से बात की. उन्होंने बताया- “मामला किसी तरह से हिंदू मुस्लिम का नहीं था. भानु की शिकायत के बाद हम मौके पर पहुंचे, देखा कि जिस घर में वो रहते हैं उसमें उन्होंने दीपावली की लाइटें लगाई थी. उनकी लाइटें नीचे ज़मीन को छू रही थी. जिस शख्स के खिलाफ उन्होंने शिकायत की थी, हमने उनसे भी बात की. उन्होंने बताया कि जो लाइटें ज़मीन को छू रही थी, उस तार का नीचे का हिस्सा कटा हुआ था, जिस वजह से उनकी बच्ची को करंट लग गया था. बच्ची के पिता ने जब भानु को लाइटें ठीक करने के लिए कहा तो वो गुस्सा हो गए, और पुलिस में जाकर शिकायत कर दी.” “दोनों के बीच ऐसा कुछ नहीं, कोई हिंदू मुस्लिम वाला मामला नहीं है. जहां वे रहते हैं वहां के सेक्रेटरी भी हिंदू हैं और कुल 5-6 परिवार मुस्लिम रहते हैं जिनके साथ इनकी अच्छी दोस्ती भी है. शिकायत में उन्होंने जो लिखा उसके बाद दोनों के बीच सुलह हो गई, और दीपावली की शाम मामले का निबटारा भी हो गया.” विश्व भानु ने भी फेसबुक पर दीपावली की शाम लिखा- विवाद को आपसी बातचीत के बाद निबटाया जा चुका है.