कैप्टेन अमरेंद्र सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद पंजाब में शुरू हुआ सियासी संकट अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे की खबर मिल रही है। बात दें कि पंजाब में दो दिन पहले ही मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ था। इसको लेकर तमाम नेता नाराज थे। वहीं कांग्रेस से नाराज कैप्टेन अमरेंद्र सिंह आज भाजपा सिंह से मिलने वाले थे। इस बीच नवजोत सिंह सिद्धू ने इस्तीफा दे दिया है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने अपना इस्तीफा ऑल इंडिया भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप दिया है। उन्होंने इस्तीफे में लिखा है कि पंजबा के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने इस्तीफे में ये भी लिखा है कि वे कांग्रेस में बने रहेंगे। बता दें कि पंजाब में कैप्टन अमरेंद्र सिंह और सिद्धू के बीच सियासी वर्चस्व की लड़ायी चल रही थी। इस बीच दो महीने पहले सिद्धू पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष बनाये गये थे। वर्चचस्व की लड़ाई के दौरान अमरेंद्र सिंह को मुख्यमंत्री का पद गवाना पड़ा था। इसके चलते अमरेंद्र सिंह ने खुलकर सिद्धू की मुखालफत करने लगे थे। इन सब के बीच अमरेंद्र सिंह की बीजेपी में भी शामिल होने की अटकले लगाया जा रही थी। अब इस वर्चस्व की लड़ाई में सिद्धू को भी अपना पद गवाना पड़ा है।
नवजोत सिंह सिद्धू को 18 जुलाई को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था। उनकी अगुवाई में पंजाब कांग्रेस में हुई बगावत के नतीजे के तौर पर 18 सितंबर को कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी। इसके बाद, 20 सितंबर को चरणजीत सिंह चन्नी को राज्य का नया मुख्यमंत्री बनाया गया था। हालांकि, उनके मंत्रिमंडल में अपनी राय को तरजीह न मिलने से नवजोत सिंह सिद्धू नाराज बताए जा रहे थे।