बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले पिछले कुछ दिनों में लगातार कम रहे हैं लेकिन अचानक से एक बार फिर संक्रमण के मामलों में इजाफा होने लगा है। बाहर से आने वाले लोगों की वजह से संक्रमण की रफ्तार बिहार में तेज होती दिख रही है। ताजा मामला मधुबनी जिले से सामने आया है। मधुबनी में सोमवार को बाहर से आए 30 यात्री कोरोना पॉजिटिव पाए गए। सोमवार को दिल्ली से आई स्वतंत्रता सेनानी सुपरफास्ट एक्सप्रेस से उतरे 152 यात्रियों की जांच मधुबनी स्टेशन पर की गई जिसमें 30 लोग संक्रमित पाए गए। जिले में इसके साथ ही संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 73 हो गई है।
पिछले कुछ दिनों में लगातार मधुबनी में संक्रमण के मामले बढ़े हैं। 18 सितंबर को मधुबनी में 8 नए केस पाए गए थे। 19 सितंबर को 35 नए मरीज पाए गए और 20 सितंबर को 30 नए संक्रमित हो की पहचान हुई। दरअसल स्वतंत्रता सेनानी सुपरफास्ट ट्रेन दिल्ली से चलकर मधुबनी के जयनगर आती है। मधुबनी पहुंचने पर ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों की सघन तरीके से जांच कराई गई। जिसमें 30 मरीज पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने सभी स्वास्थ्य कर्मियों और अधिकारियों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दे दिया है। जिले में आने वाली हर ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों की कोरोना जांच अनिवार्य कर दी गई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी सोमवार को कहा था कि स्टेशनों और एयरपोर्ट पर कोरोना जांच कराने का निर्देश दिया गया है लेकिन इसके बावजूद बाहर से आने वाले यात्रियों की जांच गंभीरता के साथ नहीं की जा रही है। यह लापरवाही भारी पड़ सकती है। जिस ट्रेन से मधुबनी में 30 संक्रमित मिले उससे उतरने वाले यात्रियों की जांच छपरा, हाजीपुर में नहीं की गई। इसके अलावे बेतिया, मोतिहारी, समस्तीपुर, दरभंगा और पटना में भी जांच गंभीरता के साथ नहीं की जा रही है। यह लापरवाही त्योहारी मौसम में भारी पड़ सकती है। हालांकि राहत की बात यह है कि पटना में सोमवार को केवल एक नए मरीज की पहचान हुई।