इंदौर के चूड़ीवाले का वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ । लोगों ने इस पिटाई को कभी गरीब तो कभी हिन्दू-मुसलमान का रंग दे दिया । खुब आरोप-प्रत्यारोप चला और आखिरकार एक मुस्लिम संगठन के नेता को भी बीच में आकर सरकार की छिछालेदर करनी पड़ी । लेकिन अब इस मामले में एक नया मोड़ आया है । पुलिस ने युवक के खिलाफ 9 9 गंभीर धाराएं लगाई हैं। उसके खिलाफ फर्जी पहचान पत्र रखने और नाबालिग बच्ची के साथ छेड़खानी के आरोप में बाणगंगा थाने में मामला दर्ज किया गया है।
युवक पर आरोप है कि वह इंदौर के बाणगंगा थाना इलाके गोविंद नगर में चूड़ी बेचने के लिए अलग नाम से गया था। उसके खिलाफ छेड़छाड़ और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। 6वीं की एक छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने युवक को आरोपी बनाया है। छात्रा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि, 22 अगस्त को दोपहर 2 बजे एक लड़का चूड़ी बेचने आया था। उसने अपना नाम गोलू पिता मोहन सिंह बताया था। उसने जला हुआ एक आईडी कार्ड भी दिखाया था। नाबालिग ने बताया कि घर पर वह अपनी मां के साथ थी।
आरोप है कि चूड़ी लेने के बाद जब उसकी मां अंदर पैसे लेने गई तो मौका पाकर युवक ने उसका हाथ पकड़ लिया। उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। वह डरकर चिल्लाने लगी। जिससे आसपास के लोग एकट्ठा हो गए। इस पर युवक भागने लगा। उसकी थैली से दो आधार कार्ड मिले। एक पर उसका नाम असलम और दूसरे पर तसलीम पिता मोहर अली लिखा था। उसकी थैली में एक अधजला वोटर आईडी कार्ड भी था, जिस पर पिता नाम मोहन सिंह लिखा था। बच्ची के आवाज लगाते ही आसपास के लोग एकट्ठा हुए और आरोपी युवक की जमकर पिटाई की। उसका सामान भी फेंक दिया था। इसका वीडिया वायरल हुआ। मामले ने तूल पकड़ा तो युवक को पीटने वाले तीन लोग अरेस्ट हो गए। पीटने वालों में राकेश कुमार, राजकुमार भटनागर और विवेक व्यास थे। तीनों ही पुलिस हिरासत में हैं। इस मामले में एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ने मध्य प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है।