राजद का कृष्ण आजकल रूठा हुआ है । कल तो जो छोटे भाई को अर्जून बताकर उनका रथ हांकना चाहता था । उन्हे राजगद्दी पर बिठाना चाहता था वहीं आज उनको लग रहा है कि उनका सपना अब पूरा नहीं हो पाएगा । जी हां, कृष्ण यानी तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) को आज अपने अर्जुन यानी तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) की संभावित सफलता पर ही आशंका होने लगी है। तेजप्रताप कहते हैं कि जबतक तेजस्वी के अगल बगल शिशुपाल और दुर्योधन जैसे लोग रहेंगे उनका बिहार का मुख्यमंत्री बनने का सपना कभी पूरा नहीं हो सकता। यही नहीं तेजप्रताप ने शुक्रवार को पहली बार अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला किया है।
तेजप्रताप का कहना है कि तेजस्वी सदन में नेता प्रतिपक्ष हैं, ऐसे में उन्हें बाढ़ पीड़ितों के बीच होना चाहिए। लेकिन अपने सलाहकार संजय यादव की सलाह पर वो बाढ़ पीड़ितों को छोड़कर दिल्ली चले गए। जाहिर है तेजप्रताप का यह सवाल आरजेडी के विरोधी पार्टियों के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं। यह इसलिए कि कल तक तेजस्वी के विरोधी जो सवाल उठाया करते थे आज उन्हीं के बड़े भाई तेजप्रताप ने ही तेजस्वी को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
तेजप्रताप ने बताया कौन है शिशुपाल और दुर्योधन
तेजप्रताप ने यह ठान लिया है कि जो लोग उन्हें इग्नोर करेंगे या फिर उनसे पंगा लेंगे उन्हें वो एक्सपोज करेंगे। खासकर तेजप्रताप के निशाने पर अभी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और तेजस्वी के सलाहकार संजय यादव है। इन्हें ही तेजप्रताप क्रमश: महाभारत का शिशुपाल और दुर्योधन कहर संबोधित करते हैं।
तेज प्रताप ने उठाया सवाल, मांगा जवाब
तेज प्रताप यादव ने कहा कि छात्र राजद के अध्यक्ष को बिना नोटिस देकर हटा देना पार्टी संविधान के खिलाफ है। जगदानंद सिंह पार्टी को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। इसलिए ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं। तेज प्रताप यादव ने कहा कि तेजस्वी यादव से वो बात करेंगे। उनके इर्द-गिर्द कई चाटूकार घिरे हुए हैं और अगर पार्टी का यही रवैया रहा तो तेजस्वी मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे।