स्वामी विवेकानंद के बारे में एक कहानी प्रसिद्ध है । उनको जब भी ऑपरेशन के लिये कहा जाता था तो वो बेहोशी की सुई नहीं लगवाते थे । वो ऑपरेशन टेबल पर गीता पढ़ते रहते थे और डॉक्टर उनका ऑपरेशन करते रहते थे । ठीक वही कहानी इस बार दिल्ली एम्स में दोहराई गई ।
राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स ) के न्यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट में एक महिला की पूरी तरह बेहोश किए बिना ही ब्रेन ट्यूमर की सफल सर्जरी की गई। सर्जरी के दौरान महिला हनुमान चालीसा का पाठ भी करती रही।
ब्रेन की सर्जरी मरीज और डॉक्टर दोनों के लिए सबसे जटिल प्रक्रियाओं में से एक मानी जाती है। ऐसी किसी सर्जरी के दौरान मरीज को कोई परेशानी न हो और उसे सर्जरी का पता भी न चले इसके लिए डॉक्टरों द्वारा काफी सतर्कता भी बरती जाती है, लेकिन अब दिल्ली एम्स की न्यूरो एनेस्थीटिक टीम (Neuro Anaesthetic Team) द्वारा मरीज को बेहोश किए बिना ही ब्रेन सर्जरी किए जाने का कमाल किया गया है। सर्जरी के दौरान महिला मरीज न सिर्फ पूरी तरह होश में रही, बल्कि ऑपरेशन टेबल पर ही वह हनुमान चालीसा का पाठ भी करती रही।