बिहार में जैसे ही बाढ़ आती है । हम लोग नाँव पर निर्भर हो जाते हैं । उसके बाद तीन महिने तक हमारी जिन्दगी नाव पर बितती है । घर से बाहर निकलना हो या फिर कोई सामान लाना हो । नाव ही एकमात्र सहारा रह जाता है ।
लेकिन कभी कभी ऐसा भी हो जाता है कि शादी विवाह के लिये भी नाव ही एक मात्र सहारा बन जाता है । समस्तीपुर जिले से शादी की एक अनोखी तस्वीर सामने आई है जिसमें दूल्हा अपनी दुल्हनिया को लेने नाव से बारात लेकर पहुंचा और नाव पर ही दुल्हन विदा हुई.
मामला कल्याणपुर प्रखंड के गोबरसिठ्ठा गांव का है. यहां बागमती नदी के जलस्तर बढ़ने से आई बाढ़ में गोबरसिठ्ठा गांव को चारों ओर से पानी घिरा हुआ है. इसी में वारिसनगर के पूरनाही गांव से दूल्हा चंदन कुमार की शादी रामसकल राम की पुत्री काजल से होनी तय थी. शादी के लिए चंदन बैंडबाजे के साथ बारात लेकर आया था. लेकिन गोबरसिठ्ठा में दुल्हन के घर तक जाने के लिए कोई रास्ता नहीं था जिससे दूल्हे और बारातियों को नाव से ही लड़की के घर तक जाना पड़ा.
गांव के लोगों ने दूल्हा और बारात में आये लोगों के लिए तीन नाव की व्यवस्था की थी. बारात लगने के बाद बाढ़ के पानी के बीच ही शादी की रस्म अदायगी पूरी की गयी. फिर अगली सुबह दुल्हन को दूल्हे के साथ नाव से ही ससुराल के लिए विदा भी किया गया. इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.