आज मोदी मंत्रीमंडल ने अपने टीम का विस्तार किया है । इस नई टीम में शामिल होने के लिये कई पुराने चेहरों को बलिदान भी देना पड़ा । कोरोना काल में स्वास्थ्य मंत्री का विकेट गया तो केन्द्रीय शिक्षा मंत्री भी पीछे-पीछे आउट हो गए । करीब-करीब आधा दर्जन लोगों को पेवेलियन पहुँचा दिया गया ।
नए मंत्रीमंडल में इस बार बिहार से दो लोगों को चुना गया । पहले हैं बिहार में जातीय समीकरण के सबसे मजबूत स्तम्भ आरसीपी सिंह । जो हमेशा से विवादों में घिरे रहते हैं । दूसरे हैं चिराग पासवान के बागी चाचा पशुपति पारस । लेकिन इन सबों के बीच कुछ ऐसे भी नेता हैं जिन्होंने कुर्सी के लोभी में बहुत बड़ा बलिदान दिया था ।
जी हाँ हम बात कर रहे हैं, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्रीमंडल में बिहार के सबसे प्रबल दावेदार सुशील मोदी की । जुनियर मोदी जी का मंत्रीमंडल से नाम कटना मतलब विपक्षी टीम के हाथों अचानक से बटेर लग जाना है । तेजप्रताप यादव ने अपने एक ट्वीट में सुशील मोदी को जमकर लपेटा है ।
तेजप्रताप यादव ने अपने ट्वीट में लिखा है –
केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले सभी नए मंत्रियों को शुभकामनाएं। सुशील मोदी जी के लिए ढेर सारी सांत्वनाएं। छोटका मोदीजी, नया कुर्ता – पायजामा जो सिलवाएं हैं उसको संभालकर रखिए जल्द तेजस्वी का शपथग्रहण होने वाला है वहाँ दर्शकदीर्घा में एक कुर्सी आपके लिए रिजर्व रखा जाएगा।
आगे उन्होनें जाति के सबसे बड़े नेता आरसीपी सिंह के लिये लिखा है –
आरसीपी सिंह का मोदी कैबिनेट में जाना ये तय करता है कि जदयू एक विशेष जाती (कुर्मी) की पार्टी है..!