क्या आपने कभी किसी देश की महिला पुलिस को हील वाली चप्पल पहन कर परेड करते हुए देखा है। अगर नहीं देखा तो चलिए हम आपको दिखाते हैं कि किस तरह महिला जवानों से जबरन हाई हील वाली सैंडल पहन कर परेड करने को कहा गय। साथ में धमकी दी गई कि अगर इनमें से कोई भी गलती से गिरा तो उनकी नौकरी हमेशा हमेशा के लिए चली जाएगी।
किसी देश के लिए उसके आजादी (Independence Day) का जश्न काफी ख़ास होता है. भारत में भी हर साल पूरे जोश से इसका आयोजन होता है. लेकिन इसके आयोजन में अगर सैनिकों को टॉर्चर किया जाए, तो भला ये किस हद तक सही है? यूक्रेन में अगस्त के महीने में आजादी के 30 पूरे होने पर जश्न मनाया जाएगा. इसकी तैयारी अभी से शुरू हो गई है. इसकी तैयारी की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं. इसमें महिला सैनिकों से परेड के दौरान हील सैंडल पहनाकर (Parade In High Heels) प्रैक्टिस करवाई गई. तस्वीरें सामने आते ही बवाल शुरू हो गया.
यूक्रेन में कई बार सैनिकों ने यूनिफॉर्म के फुटवियर जुड़ी शिकायतें की है. उनके मुताबिक, ये काफी अनकम्फर्टेबल हैं. परेड के दौरान उन्हें काफी दिक्कत होती है. इस समस्या के समाधान में यूक्रेन की डिफेन्स मिनिस्ट्री ने महिलाओं के फुटवियर में बदलाव किया है. अब इन्हें काले रंग की हील सैंडल में परेड की प्रैक्टिस करनी पड़ रही है. एक महिला सिपाही ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये मुश्किल है. लेकिन वो कोशिश कर रही हैं. बता दें कि अगले महीने यूक्रेन के सोवियत यूनियन से अलग होने साल पूरे हो जाएंगे. उसकी के उपलक्ष्य में इस परेड को करवाया जाएगा.
जैसे ही परेड की प्रैक्टिस की तस्वीरें सामने आई, विवाद शुरू हो गया. एक शख्स ने लिखा कि महिलाओं के प्रति सोच को बदलने की जरुरत है. साथ ही कई ने इसे सेक्सिस्म और दिखावे से जोड़ा. एक महिला ने लिखा कि क्या इसे महिला शशक्तिकरण काम मजाक समझा जाए? देश के अंदर ही इसपर काफी बहस छिड़ गई है. कई ने इस फैसले को बेवकूफी भरा बताया. एक ने कहा कि आजादी में महिलाओं की भी बराबर भागीदारी थी. अगर वो हील्स पहन रही हैं तो पुरुषों से भी हील्स में परेड करवाई जाए.