उत्तर प्रदेश जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के नतीजे आ गए हैं. 3 जुलाई को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक मतदान हुआ और फिर मतगणना हुई. चुनावों में भाजपा को 75 में से 67 सीटों पर जीत हासिल हुई है. सपा को 5 सीट मिलीं. रालोद, अपना दल को 1-1 सीट मिली और एक सीट निर्दलीय प्रत्याशी को मिली. नतीजे का इंतज़ार 53 सीटों के लिए ही था. क्योंकि 21 सीटों पर पहले ही भाजपा और एक सीट पर सपा के प्रत्याशी निर्विरोध चुने जा चुके थे।
भाजपा को एटा, संतकबीरनगर, आजमगढ़, बलिया, बागपत, जौनपुर और प्रतापगढ़ में छोड़कर अन्य 44 जिलों में जीत मिली है। 75 जिलों में से भाजपा को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 14 जिलों में से 13 में, बृज क्षेत्र के 12 जिलों में 11, कानपुर क्षेत्र के 14 जिलों में 13, अवध क्षेत्र के 13 जिलों में 13, काशी क्षेत्र के 12 जिलों में दस तथा गोरखपुर क्षेत्र के 10 जिलों में से सात में जीत मिली है।
उत्तर प्रदेश की सत्ता का सेमीफाइनल माने जा रहे जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा को प्रत्याशियों को निर्दलियों का काफी समर्थन मिला है। इसके साथ ही भाजपा के साथ गठबंधन करने वाली अपना दल (एस) को भी दो में से एक सीट पर जीत मिली है। जौनपुर में बाहुबली बसपा के पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह को जीत मिली है। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी ने बलिया व आजमगढ़, रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का दबदबा प्रतापगढ़ में कायम है। उनकी पार्टी जनसत्ता दल ने खाता खोला तो बागपत में रालोद ने तमाम उठापटक के बाद भी जीत दर्ज करने में सफलता प्राप्त की।