पटना । धीरे धीरे सीएम नीतीश कुमार का सपना सच होते नजर आ रहा है। चौबिस घंटा बिजली देना का वादा करने वाले सीएम नीतीश कुमार के अथक प्रयास से पटना जिले के बाढ़ में बिजलीघर बनकर लगभग तैयार हो गया है। बहुत जल्द यहां से बिहार के लोगों को बिजली मिलना आरम्भ हो जाएगा।
ताजा अपडेट के अनुसार बाढ़ बिजलीघर के स्टेज-1 से दिसंबर से बिहार को बिजली मिलने लगेगी। बिजलीघर की 660 मेगावाट की पहली यूनिट से बिहार को 341 मेगावाट बिजली मिलेगी। गत अगस्त में बिजलीघर की पहली ईकाई बनकर तैयार हुई है। इसका ट्रायल सफल रहा है। बिजलीघर के स्टेज-2 से बिहार को पहले से ही बिजली मिल रही है। इस फेज की दोनों यूनिट से बिहार को बिजली मिल रही है। स्टेज-2 से 1320 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। इसमें बिहार को 1198 मेगावाट बिजली मिल रही है। यह उत्पादन क्षमता का 90.7 फीसदी है। ऐसे तो दिसंबर से उत्पादन का निर्णय पिछले दिनों ही हो गया था, लेकिन केन्द्रीय उर्जा मंत्रालय ने इसपर अपनी सहमति प्रदान कर दी है।
बिजलीघर के स्टेज-1 का निर्माण कई वर्षों से अटका था। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 6 मार्च 1999 को इसका शिलान्यास किया था। तय शेड्यूल के अनुसार इसका निर्माण 2009 में पूरा होना था। लेकिन तकनीकी कारणों से इसका निर्माण कार्य ही ठप हो गया। निर्माण में जुटी रूसी कंपनी का स्थिति गड़बड़ाने से इसके निर्माण की जिम्मेवारी एनटीपीसी को सौंपी गयी। इसके बाद इसके निर्माण का नया शेड्यूल वर्ष 2020 तय किया गया। अगस्त 2020 से इससे बिजली पैदा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। लेकिन पिछले दिनों केन्द्रीय मंत्री आर.के. सिंह ने बिजलीघर का निरीक्षण करने के बाद एनटीपीसी को दिसंबर तक इसका निर्माण हर हाल में पूरा कर लेने को कहा था। 20 वर्षों की लंबी जद्दोजहद के बाद स्टेज-1 की पहली यूनिट पिछले दिन 14 अगस्त को बनकर तैयार हुई।
स्टेज-1 में 52 फीसदी है बिहार की हिस्सेदारी : बाढ़ बिजलीघर के स्टेज-1 की 660-660 मेगावाट की तीनों यूनिट से बिहार को 52 फीसदी बिजली मिलेगी। पहले यहां से बिहार को महज 26 फीसदी बिजली मिलनी थी। स्टेज-1 की 1980 मेगावाट में बिहार को 1025 मेगावाट बिजली मिलेगी। हालांकि अभी अन्य दोनों यूनिट से बिजली के लिए बिहार को दो वर्षों की प्रतीक्षा करनी होगी। तीसरी यूनिट से अगस्त 2021 में बिजली मिलेगी।