बिहार के अब तक के सबसे बड़े बैंक लूट कांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. हाजीपुर के जढुआ स्थित एचडीएफसी बैंक में 10 जून को 8 हथियारबंद लुटेरों द्वारा दिनदहाड़े एक करोड़ 19 लाख 60 हजार की लूट मामले की तह तक न केवल पुलिस पहुंची बल्कि लूट के 50 लाख रुपये बरामद करने के साथ ही लूट कांड में शामिल 8 लुटेरों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
इस पूरे लूटकांड की अहम किरदार एक शातिर महिला भी है. तिरहुत आईजी की मॉनिटरिंग में वैशाली, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर एसपी के नेतृत्व में पुलिस की जॉइंट टीम ने 1 सप्ताह के अंदर बिहार में अब तक के सबसे बड़े बैंक लूट कांड का खुलासा कर दिया है. मिली जानकारी के अनुसार लूट कांड के दिन और उससे पहले लगभग 1 सप्ताह से भी ज्यादा दिनों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए थे. लूट कांड को अंजाम देने वाले हथियारबंद लुटेरों के साथ ही संदेह के घेरे में आए कैरेक्टर्स पर पुलिस ने फोकस किया.
सूचना के आधार पर 2 दिन बाद ही ताजपुर निवासी ओमप्रकाश जो कि शातिर अपराधी है, उसको पुलिस ने उठा लिया था. लूट के समय सीसीटीवी कैमरे में एक चेक शर्ट में वह दिख रहा था. गिरफ्त में आने के बाद ओमप्रकाश लगातार पुलिस को इधर-उधर की बातें बता कर गुमराह करना चाह रहा था. लेकिन मंगलवार को उसने पुलिस के सम्मुख कबूल लिया कि लूट में मात्र 80 लाख रुपये की मिले.
इस लूटकांड में मुजफ्फरपुर के सकरा प्रखंड क्षेत्र के केशोपुर के मोहम्मद लतीफ़ का पुत्र मोहम्मद अरमान मास्टर माईंड में से एक है. एसएसपी जयंत कांत के निर्देश पर विशेष कार्रवाई के दौरान मोहम्मद अरमान को मुजफ्फरपुर पुलिस द्वारा जनवरी 2021 में जेल भेजा गया था. पुलिस फाइल की मानें तो सकरा थाना कांड संख्या 61/2021 सकरा थाना में दर्ज है. इस कांड में अरमान,तुफैल, गुडू, मिंटू और राजीव जेल भेजे गए थे. जेल भेजे गए इन अपराधियों में से अरमान वैशाली जिले के बलिगांव पुलिस के लापरवाही से छूट गया.
बलिगांव थाना में अरमान के खिलाफ FIR दर्ज था लेकिन इस मामले में केश के आइओ ने रिमांड प्रोडक्शन नहीं किया था. जेल से छूटने के बाद मुजफ्फरपुर पुलिस के खौफ से जिला छोड़ अपने ससुराल वैशाली रहने लगा. ससुराल में रहते अरमान ने 10 युवकों का एक गैंग तैयार किया. गैंग के सदस्य को लूट की ट्रेनिंग दिया गया. 10 अपराधी का गैंग कभी चार तो कभी पांच की संख्या में लूट के घटना को अंजाम देने लगे.
सूत्रों की मानें तो हाल के कुछ महीने के अंदर इस 10 सदस्य के गिरोह ने पांच बैंक पर धावा बोला जिसमें से चार बैंक लूटने में कामयाब रहा. वहीं हूटर बजने के कारण मनियारी बैंक लूटने में नाकाम रहा. पांच लूट की घटना में सबसे बड़ी लूट HDFC हाजीपुर की रही जो अरमान और उसके गिरोह के लिए बड़ी लूट थी. इसके बाद बिहार STF की विशेष टीम पटना और वैशाली सहित अन्य जिलों की पुलिस के साथ कार्रवाई शुरू कर दी.
इस कार्रवाई में तीन अपराधी गिरफ्तार कर लिए गए और महिला को हिरासत में लिया गया. इसके बाद मंगलवार को मिली बड़ी रकम के बाद बुधवार को फिर अरमान की गिरफ़्तारी कर ली गयी. एसटीएफ द्वारा और फिर बड़ी रकम 30 लाख अरमान के पास से बरामद किया गया. फिलहाल लूट कांड का खुलासा कर लिया गया है. एसपी मनीष कुमार आज प्रेस वार्ता कर पूरे मामले की जानकारी देंगे.