जिले में दामोदर शर्मा नाम के यह शख्स भले ही जीवन के अंतिम पड़ाव पर आ गए हो, लेकिन बचपन से पौधे लगाने का शौक कम नहीं हुआ है। आज भी यह सूख रहे पौधों को जीवनदान देते हैं और नए पौधे लगाते रहते हैं। गांव में लोग इन्हें इनके नाम से नहीं बल्कि काम से जानते हैं। इनकी पहचान अब ‘ट्री मैन’ के रूप में होती है।
ट्री मैन के नाम से मसहूर दामोदर शर्मा जिले के बेलदौर प्रखण्ड के महिनाथ नगर गांव के रहने वाले हैं। बुजुर्ग दामोदर शर्मा की मानें तो वह अब 30 हजार से अधिक फलदार पौधे से लेकर बांस का पौधा लगा चके हैं। साथ ही दर्जनों सुनसान खेतों को हरे-भरे बाग-बगीचे में तब्दील कर चुके हैं। उन्हें हरे-भरे पौधे बेहद अच्छे लगते हैं। पिछले 32 साल से अपने गांव के अलावा दर्जनों गांवों में फलदार पौधे लगा चुके हैं। इसमें हर तरह के फलदार पेड़, औषधीय गुणों वाले पेड़ सहित कई पेड़, पौधे शामिल हैं। इनके इसी मेहनत और सार्थक प्रयास का नतीजा है कि गांव में हरियाली छाई है। यहां प्रदूषण नगण्य है और तेज धूप के बीच भी लोगों को ठंडी हवा मिलती है। इनके जोश और उत्साह से ही गांव के अन्य लोग सहित युवा इनके नक्श-ए-कदम पर चलकर गांव को हरा-भरा रखने की कवायद कर रहे हैं।
ग्रामीणों की मानें तो दामोदर शर्मा के हाथों में जादू है। उन्हें पौधे लगाने का सही तरीका मालूम है। साथ ही सूख रहे पौधों को नया जीवन देना भी वह अच्छी तरह जानते हैं। आसपास के इलाके में कहीं भी पेड़ लगाना या पेड़ से जुड़ी समस्या का निदान करना हो, इसके लिए दामोदर को ही बुलाया जाता है। आज इनके प्रयास से दर्जनों बगीचे हरे-भरे हैं। इलाके के लोग इन्हें ट्री मैन कह कर पुकारते हैं।