पटना जिले में पिछले 24 घंटे में 569 एक्टिव मरीज कम हुए हैं। शुक्रवार को एक्टिव मरीजों की कुल संख्या 6700 थी। यह घटकर शनिवार को 6131 हो गई है। 17 प्रखंडों में मरीजों की संख्या में कमी आई है। दो प्रखंडों में संख्या स्थिर है, जबकि चार प्रखंडों में मरीज बढ़े हैं। 18 प्रखंडों में एक्टिव मरीज की संख्या 100 से कम है। पटना जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के मरीज का इलाज स्थानीय स्तर पर होगा। इसके प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ऑक्सीजन वाले पांच बेड की व्यवस्था होगी। वहीं, अनुमंडलीय अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगेगा।
यहां से बेड तक लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई दी जाएगी। गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए वेंटिलेटर उपलब्ध होगा। इसके साथ ही गांव से मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए प्रत्येक प्रखंड में दो एंबुलेंस रहेगी। शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से समीक्षा बैठक के दौरान डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों से पीएचसी में आवश्यक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मेडिकल सामग्री की खरीदारी के लिए तत्काल अधियाचना देने का निर्देश दिया। इसकी खरीदारी जिला स्तर पर होगी। डीएम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को स्थानीय स्तर पर इलाज की सुविधा उपलब्ध करानी है, ताकि दूरदराज के अस्पतालों में जाना नहीं पड़े।
बीमार लोगों के घर पर होगी कोरोना जांच
इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में बीमार लोगों के घर पर कोरोना जांच होगी। डीएम ने सिविल सर्जन को सभी आशा और एएनएम को कोविड किट उपलब्ध कराने में होने वाले खर्च का आकलन करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही सभी आशा और एएनएम को ऑक्सीमीटर उपलब्ध कराने को कहा है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों के ऑक्सीजन लेवल की जांच कर डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों में इलाज का निर्णय लिया जा सके।
हर प्रखंड में दो एंबुलेंस की होगी खरीदारी मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत प्रत्येक प्रखंड में निजी व्यक्ति द्वारा 2-2 एंबुलेंस की खरीदारी की जा रही है। इसके लिए 108 आवेदन प्राप्त किए गए हैं। इसके सत्यापन के बाद खरीदारी की मंजूरी मिलेगी।