अगर आप सोशल मीडिया यूजर हैं और कोरोना को लेकर फेसबुक ट्विटर पर कुछ भी पोस्ट करते हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। आपकी एक गलती आपको जेल पहुंचा सकती है। कोरोना आपदा के बीच सोशल मीडिया पर लगातार कई तरह की खबरें सामने आती हैं। सरकार की विफलता से लेकर कई ऐसे पोस्ट सोशल मीडिया के जरिए सामने आते हैं जिनकी वजह से लोगों का ध्यान उस तरफ जाता है लेकिन अब सोशल मीडिया पर कोरोना को लेकर पोस्ट करने वालों को सावधान होने की जरूरत है। दरअसल राज्य सरकार ने फैसला किया है कि कोरोना को लेकर सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाने वालों के ऊपर एक्शन लिया जाएगा। यह फैसला इस वजह से लिया गया है ताकि सोशल मीडिया के जरिए राज्य में भ्रम की स्थिति ना आए।
सरकार का मानना है कि सोशल मीडिया पर कई तरह की भ्रामक खबरें आती रहती हैं जिससे लोगों में डर पैदा हो रहा है। लोगों को गलत जानकारी सोशल मीडिया के जरिए मिल रही है और अब इसे लेकर प्रशासन को सख्त होने का निर्देश दिया गया है। अगर कोई व्यक्ति सोशल मीडिया पर भ्रामक खबर या पोस्ट शेयर करता है तो उस पर अब एक्शन लिया जाएगा। सरकार यह मानकर चल रही है कि सोशल मीडिया पर कुछ ही यूजर्स कोरोना से होने वाली मौत का गलत पोस्ट साझा कर रहे हैं जिसकी वजह से माहौल भय का हो रहा है। ऐसे लोगों पर नकेल कसने के लिए प्रशासन को खाका तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाने वाले या कोरोना को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले लोगों के खिलाफ अब महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ऐसे लोगों की पहचान कर रहा है जो गलत और भ्रम फैलाने वाली जानकारी सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं। इनके खिलाफ प्रशासन महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करने की तैयारी में है। सरकार के इस फैसले के दो पहलू हैं पहला यह है कि सोशल मीडिया के जरिए भ्रामक खबर पर अंकुश लगाया जाए तो वहीं दूसरी यह कि बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली को लेकर जो पोस्ट और खबरें सोशल मीडिया के जरिए सामने आ पाती हैं उस पर अगर रोक लगा दी जाती है तो हकीकत दबकर रह जाएगी।