हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की गला रेतकर हत्या कर दी गई है । मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इलाज के दौरान ट्रामा सेंटर में मौत हो गई । बताया जा रहा है कि खुर्शीद बाग स्थित हिंदू समाज पार्टी कार्यालय में कुछ लोग चाय पीने आए थे । साथ में मिठाई का डिब्बा लेकर आए थे । इसी डिब्बे में चाकू और तमंचे थे । बताया जा रहा है कि गला रेतकर हत्या के बाद बदमाश फरार हो गए ।
गंभीर रूप से जख्मी कमलेश तिवारी को ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया । इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया । हालांकि हत्या किसने और क्योंकि, इसका पता नहीं चल पाया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है ।
Lucknow: Hindu Mahasabha leader Kamlesh Tiwari has succumbed to injuries sustained after being shot at in his office, today। https://t।co/auu38lX8ZM
— ANI UP (@ANINewsUP) October 18, 2019
हिंदू महासभा के पूर्व अध्यक्ष रहे कमलेश तिवारी ने दिसंबर, 2015 में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। इस समय वह जमातन पर बाहर था। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने कुछ समय पहले ही कमलेश तिवारी पर लगा राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी रासुका हटाया था।
यूपी कैबिनेट मिनिस्टर आजम खां ने RSS मेंबर्स को होमोसेक्सुअल कहा था। इस पर हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी। बयान दिसंबर 2015 में दिया गया था। यूपी में सपा की सरकार थी। यूपी में माहौल बिगड़ता देख सीएम अखिलेश यादव ने तिवारी के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया था। लेकिन कमलेश तिवारी के बयान को लेकर कुछ जगहों पर हिंसा हुई थी।
कमलेश तिवारी के आपत्तिजनक बयान की वजह से पश्चिम बंगाल के मालदा में लाखों मुस्लिम सड़क पर उतर आए थे। कुछ ने थाने फूंक दिए थे। बसें जलाईं थी। इसके बाद बिहार के पूर्णिया में भी बवाल हुआ था।
कमलेश तिवारी की हत्या के बाद समर्थक हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा कर रहे हैं। इलाके की दुकानों को बंद कराया जा रहा है। पुलिस को कमरे से पिस्टल और खोखा मिला है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
बता दें कि तब हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी ने दिसंबर, 2015 में पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ विवादित बयान दिया था । इसे लेकर काफी हंगामा हुआ था, जिसके बाद कमलेश तिवारी की विवादित बयान देने के चलते गिरफ्तारी हुई थी । वह फिलहाल जमानत पर रिहा चल रहे थे । इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने अभी हाल ही में कमलेश तिवारी पर लगी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून(रासुका) हटा दिया था ।