इस वक्त की बड़ी खबर मधुबनी जिले से आ रही है, जहां पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मधुबनी कांड के आरोपी प्रवीण झा को गिरफ्तार कर लिया है. प्रवीण झा के गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि एडीजी मुख्यालय ने की है. बता दें कि मधुबनी हत्याकांड के बाद प्रवीण झा की गिरफ्तारी पुलिस के लिये एक चुनौती बनी हुई थी.मधुबनी नरसंहार में और 5 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. बता दें कि इस नरसंहार में कुल 5 आरोपी थे, जिनमें से 4 लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया जा चुका है. प्रवीण झा, नवीन झा, चंदन झा, मुकेश साफी, भोला सिंह. पांचों मुख्य आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. वहीं प्रवीण झा का छोटा भाई नवीन झा अभी भी पुलिस की गिरफ्त से फरार बताया जा रहा है.
महमदपुर गांव की घटना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस हत्याकांड के दोषियों पर हर हाल में कार्रवाई होगी. हत्यारा बच नहीं पाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि क्राइम की कोई घटना होती है तो पूरी की पूरी जिम्मेवारी पुलिस की होती है. कहीं कोई घटना होती है तो उसके बारे में मुझे पूरी जानकारी प्राप्त होती है. उच्चस्तरीय पदाधिकारी उसकी सूचना देते हैं. कहीं और से कोई जानकारी मुझे मिलती है तो उसे देखने उन्हें कहते हैं। बेनीपट्टी की घटना पर पांच बार और आज ही दो बार डीजीपी से बातचीत हुई है.उन्होंने एक-एक चीज की जानकारी दी है. मेरा तो साफ निर्देश है जो भी जरूरी एक्शन है, जरूर होना चाहिए.
गौरतलब हो कि 29 मार्च को महमदपुर गांव में रहने वाले पूर्व सैनिक सुरेंद्र सिंह का परिवार भी होली खेल रहा था. तभी अचानक से गांव में ही उन्हें हथियारबंद लोगों ने घेर लिया और उनके परिवार पर फायरिंग शुरू कर दी. इस अंधाधुंध फायरिंग के दौरान कई राउंड गोलियां सीधे शिकारों पर दागी गईं. मौके पर ही पूर्व सैनिक के 2 बेटों की मौत हो गई। सुरेंद्र सिंह के एक भतीजे जो बीएसएफ के जवान थे, वो भी होली की छुट्टी में गांव आए हुए थे, गोलियां उन्हें भी लगीं. इसके अलावा पीड़ित पक्ष के पड़ोसी महंत के बेटे को भी गोली लगी. 2 लोगों की हत्या से लोगों के बीच हड़कंप मच गया.महमदपुर गांव से कुल 6 लोगों को लेकर लोग आनन-फानन में अस्पताल पहुंचे. बाद में 2 लोगों के अलावा सुरेंद्र सिंह के एक और बेटे, फौजी भतीजे और महंत के बेटे ने भी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. जबकि एक घायल अभी भी जिंदगी की जंग लड़ रहा है.
बताया जाता है कि 6 महीने पहले तालाब में मछली मारने को लेकर गैबीपुर गांव के दबंगों और महमदपुर गांव के पीड़ित परिवार के बीच जो विवाद शुरू हुआ था उसका इतना रक्त रंजित अंत होगा यह किसी ने भी नहीं सोचा था. आजतक की टीम ने गैबीपुर और महमदपुर गांव के बीच बने उस तालाब का भी जायजा लिया जहां पर नवंबर के महीने में मछली मारने को लेकर विवाद शुरू हुआ था. इस विवाद में महमदपुर गांव के संजय सिंह और गैबीपुर गांव के मुकेश साफी ने एक दूसरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी. एक तरफ जहां संजय सिंह ने गैबीपुर गांव के प्रवीण झा समेत गांव के अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी वहीं मुकेश साफी ने संजय सिंह समेत महमदपुर गांव के अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी. संजय सिंह इस मामले में फिलहाल जेल में बंद है. आरोप है कि होली के दिन प्रवीण झा ने हथियारों से लैस अपने 30-40 समर्थकों के साथ महमदपुर गांव पर हमला बोल दिया और हत्याकांड को अंजाम दिया. इस घटना में 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीन अन्य की इलाज के दौरान अस्पताल मे दम तोड़ दिया.