भारत बंद के दौरान बिहार के समस्तीपुर में मंगलवार को मुसरीघरारी चौराहे के समीप एक बीमार बच्ची की मौत हो गई। वह पटोरी थाने के हवासपुर निवासी सिकंदर मांझी की डेढ़ वर्षीय पुत्री सनाया थी।बच्ची के परिजनों ने बताया कि दिन में सनाया की घर पर ही अचानक तबीयत खराब हो गई थी। परिजन आनन-फानन में उसे पटोरी अनुमंडल अस्पताल में ले गये। जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए समस्तीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। परिजन बच्ची को एक बोलेरो से लेकर समस्तीपुर जा रहे थे। रास्ते में किसान आंदोलन के समर्थन में लगे जाम के कारण मुसरीघरारी चौराहे पर फंस गए। परिजनों ने जाम करने वालों से काफी आरजू मिन्नत की। पर, किसी ने बोलेरो को जाने का रास्ता नहीं दिया।
इस दौरान स्थानीय पुलिस प्रशासन से भी उनलोगों को किसी प्रकार की मदद नहीं मिल सकी। अंत में बीमार बच्ची के परिजन मुसरीघरारी चौराहे से पूरब होकर बोलेरो को निकालने का प्रयास किया, लेकिन आंदोलनकारियों ने उन्हें रोक दिया। उसी बीच बच्ची ने दम तोड़ दिया। परिजनों का कहना था कि अगर समय रहते बच्ची का इलाज होता तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। उसकी मौत के बाद परिजन रोते बिलखते शव के साथ वापस लौट गए। इस बाबत पूछे जाने पर मुसरीघरारी थानाध्यक्ष विशाल कुमार सिंह ने बताया कि इस घटना की उन्हें कोई जानकारी नहीं है।