नीतीश कुमार ने जब विधानसभा चुनाव के बाद सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. तब इस बात के संकेत मिले कि एक बार फिर से वह जनता दरबार का कार्यक्रम शुरू कर सकते हैं. संवाद की कमी को दूर करने और शासन की सच्चाई को समझने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साल 2005 में मुख्यमंत्री जनता दरबार की शुरुआत की थी लेकिन साल 2018 में जनता दरबार कार्यक्रम को बंद कर दिया गया.
इसके पहले मुख्यमंत्री हर सोमवार के दिन मुख्यमंत्री आवास में राज्य के कोने-कोने से आए लोगों से मुलाकात करते थे और संबंधित विभागों से जुड़ी उनकी शिकायतों का निपटारा भी करते थे लेकिन लोक सेवा कानून लागू होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता दरबार कार्यक्रम को बंद कर दिया था.
नई सरकार के गठन के बाद यह चर्चा बड़ी तेजी से चल रही है कि मुख्यमंत्री एक बार फिर जनता दरबार कार्यक्रम को शुरू करने वाले हैं. लेकिन जनता दरबार के मामले में डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद ने मुख्यमंत्री को पीछे छोड़ दिया है. डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद में जनता दरबार कार्यक्रम में लोगों से मुलाकात की है. अपने गृह जिले कटिहार पहुंचे डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने यहां जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याओं को सुना है. तारकिशोर किशोर प्रसाद आज कटिहार में हैं और यहां उन्होंने अपने आवास पर फरियादियों से मुलाकात की है.
डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने अपने ट्विटर हैंडल पर जनता दरबार की तस्वीरें साझा की है. डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद में तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा है. राजनीतिक जीवन में मिली सफलता है, जनता के आशीर्वाद का ही प्रतिफल है, जो मुझे जनसेवा के लिए प्रेरित करती हैं. इसी उद्देश्य के तहत आज कटिहार स्थित अपने आवास पर जनता दरबार का आयोजन कर लोगों की समस्याओं को सुना और उनके त्वरित निष्पादन के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए.
तारकिशोर प्रसाद की यह पहल बता रही है कि मौजूदा सरकार में बीजेपी किस सेवर के साथ शासन चला रही है. डिप्टी सीएम मुख्यमंत्री से भी ज्यादा एक्शन में नजर आ रहे हैं. अब तक मुख्यमंत्री के जनता दरबार कार्यक्रम को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है लेकिन तारकिशोर प्रसाद ने भले ही कटिहार से लेकिन इसकी शुरुआत जरूर कर दी है.