दुनिया की नजर कोरोना की प्रभावी वैक्सीन पर टिकी है। यूं तो दुनिया कुल 73 वैक्सीन अलग-अलग चरणों में हैं, जिनमें छह का आपात इस्तेमाल शुरू हो गया है। पर इनमें प्रमुख पांच हैं। पांचों वैक्सीन के बाजार में इस साल दिसंबर से अप्रैल तक आने की संभावना है। भारत में कोरोना टीकाकरण के लिए सरकार कोविन एप का सहारा लेगी। टीकाकरण की लिस्ट में शामिल कर व्यक्ति को उसके आधार से लिंक किया जाएगा, ताकि डुप्लीकेसी न हो। जिनके पास आधार नहीं उनके लिए क्या कदम उठाए जाएंगे इसकी जानकारी अभी नहीं है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के अनुसार जुलाई 2021 तक प्राथमिकता के आधार पर 25-30 करोड़ भारतीयों को टीका लग सकता है।
सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल, भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकर प्रो. के विजयराघवन और केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की बैठक में वैक्सीन आने से पहले किसी कंपनी से उसे खरीदने के लिए समझौता करने के तरीके पर भी बात हुई। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दवा कंपनियां करीब 530 करोड़ डोज बनाएंगी। इनमें से 270 करोड़ यानी करीब 51% अमेरिका, ब्रिटेन जैसे विकसित देशों को मिलेंगे।
संसदीय समिति ने माना-कोरोना के नाम पर निजी अस्पतालों में लूट मची
देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ रहा है। सरकारी अस्पतालों में बिस्तर नहीं बचे हैं। इलाज के लिए कोई विशिष्ट निर्देश नहीं हैं। नतीजा ये हो रहा है कि निजी अस्पतालों ने कोरोना की जांच और इलाज के नाम पर लूट मचा रखी है।स्वास्थ्य मामलों की स्थायी संसदीय समिति ने शनिवार को यह तीखी टिप्पणी की। जब से देश में कोरोना महामारी फैली है, तब से पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी आधिकारिक मंच से व्यवस्था पर इस तरह की तीखी टिप्पणी की गई। समिति के अध्यक्ष सपा नेता रामगोपाल यादव हैं। समिति ने रिपोर्ट राज्यसभा सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को सौंप दी है। समिति ने अहम सिफारिश करते हुए कहा है कि जिन डॉक्टरों ने कोरोना से लड़ाई में जान दी है, उन्हें शहीद का दर्जा दिया जाए।
कोविन एप के जरिए लोग टीकाकरण का शेड्यूल, लोकेशन व यहां तक कि टीका कौन लगाएगा, इसका पता कर पाएंगे। एक बार डोज लग गया, तो एप पर सर्टिफिकेट भी मिलेगा। इसे डिजिलॉकर में सेव किया जा सकेगा।महाराष्ट्र के प्रधान सचिव संजय कुमार के अनुसार दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना केसों को देखते हुए वहां से आने-जाने वाली ट्रेन एवं विमान सेवाएं निलंबित करने पर विचार किया जा रहा है। गुजरात में एक ही दिन में पहली बार कोरोना मरीज 1515 मिले हैं।
कोविन एप में होगा फ्रंटलाइन वर्कर्स और रोगियों का डेटा
एप में फ्रंटलाइन वर्कर्स, 50 से ज्यादा उम्र के व गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों का डेटा रहेगा। जिला स्तर पर इसमें सभी अस्पतालों में काम करने वालों का डेटा भी रहेगा। उन्हें मंजूरी के बाद पहले वैक्सीन का डोज मिलेगा।
वैक्सीन के सफर में कहीं बदले न तापमान, एप रखेगा नजर
एप वैक्सीन के स्टोरेज से लेकर हेल्थ सेंटर, डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल या टीकाकरण केंद्र तक के सफर को ट्रैक करेगा। कहीं स्टॉक खत्म हो रहा है तो यह एप नोटिफिकेशन भेजेगा। पूरे सफर में वैक्सीन के तापमान पर एप नजर रखेगा।
महाराष्ट्र रोक सकता है दिल्ली से अाने वाली ट्रेन-फ्लाइट
भारत में कोविन एप के जरिए वैक्सीन का स्टॉक, स्टोरेज जैसी अहम जानकारियां मिलेंगी। टीका कब लगेगा, इसकी जानकारी भी एप देगा। इसमें रियल टाइम डेटा भी होगा। जानिए इस एप के बारे में अन्य जानकारी…हर नागरिक को कोरोना टीकाकरण की पूरी जानकारी कोविन एप पर मिलेगी, किसे टीका लग चुका और किसे नहीं, ये भी पता चलेगा
कोवैक्सीन– तीसरा ट्रायल शुरू हो चुका। लगभग 26 हजार लोगों पर ट्रायल होगा।
एस्ट्राजेनका– तीसरे फेज के नतीजे आएंगे। असरदार- 95% फरवरी में आ सकता है।
फाइजर- आपात उपयोग की अनुमति मांगी। असरदार- 95% दिसंबर में आ सकता है।
मॉडर्ना- आपात उपयोग की तैयारी में। असरदार- 94.5% दिसंबर में आ सकता है।