राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि एनडीए 19 और महागठबंधन 10 लाख नौकरी का जो वादा कर रहा है वह कोरी जुमलेबाजी है. चुनाव जुमलेबाजी से लड़ा जा रहा है. एनडीए तो खुद मान चुका है कि वह जुमलेबाज है. लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के युवराज भी इसमें पीछे नहीं है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने तेजस्वी यादव से कहा है कि वे जवाब दें कि राहुल गांधी की सभा में अमौर से महागठबंधन के उम्मीदवार जलील मस्तान ने जीडीएसएफ के नेता असदुद्दीन ओवैसी के हाथ, पांव काटने का जो बयान दिया है उस मामले में क्या कार्रवाई कर रहे है. कुशवाहा ने चुनाव आयोग से मांग की है कि मामले में एफआइआर कर गिरफ्तारी होनी चाहिए. घोषणा करते हुए कहा, बिहार सरकार और महागठबंधन हस्तक्षेप नहीं करेगा तो हम चुड़ी पहन कर नहीं बैठे हैं. ईंट का जवाब पत्थर से देंगे.
तीसरे चरण के चुनाव प्रचार के खत्म होने से कुछ घंटे पहले रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने दावा किया कि इस चुनाव में भाजपा (BJP) लगातार जुमला बांट रही है. साथ में तेजस्वी यादव भी 10 लाख नौकरी की जुमलेबाजी कर युवाओं के भावनाओं से खेल रहे हैं. बिहार के लिये दस लाख नौकरी ऊंट के मुंह में जीरा की तरह हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि देश में 23 व बिहार में 42 प्रतिशत कि बेरोजगारी है. करीब छह करोड़ युवा बेराजगार है. पढ़े लिखे युवाओं को ही 2.5 करोड़ नौकरी की जरूरत है. एनडीए में फूट की ओर इशारा करते हुए कहा कि BJP-JDU का कॉमन एजेंडा तक नहीं है. रालोसपा के चुनावी घोषणा पत्र को दोहराते हुए कहा कि हमारी सरकार बनी तो लघु उद्योग, कुटीर उद्योग का बढ़ावा देंगे. उन लोगों को जगह, जमीन, बिजली, पानी, मार्केटिंग की व्यवस्था करेंगे. सरकारी और निजी स्तर पर भी उद्योग का बढ़ावा देंगे. सरकारी खरीद में बिहार के उत्पादों केा ही प्राथमिकता दी जायेगी.