बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का प्रचार प्रसार खत्म हो चुका है । इसी बीच आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक निजी चैनल पर इंटरव्यू में पहुंचे जहां उन्होंने कई मुद्दों पर खुलकर बातचीत की।बातचीत के दौरान उन्होंने विपक्ष के नेता पर जमकर हमला करते हुए कहा कि इन्हें कोई राजनीतिक जानकारी नहीं है क्योंकि कोई क्रिकेट से आया है तो कोई सिनेमाघर से इनका कोई वजूद नहीं है यह लोग सिर्फ अपने परिवार के दम पर चमके हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू यादव के 15 साल के शासनकाल की याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि 15 साल मे 95000 नौकरी देने वाले हम पर हमला कर रहे हैं ।जबकि हमने अब तक छह लाख से अधिक नौकरी दी है तो दूसरी तरफ तेजस्वी यादव के एक लाख नौकरी देने के बादो को लेकर उन्होंने कहा कि एक लाख लोगों को नौकरी देने का मतलब है 144000 रुपया चाहिए ।यह पैसा कहां से आएगा। इससे पहले भी नीतीश कुमार चुनावी मंच से कह चुके हैं कि यह पैसा कहां से जेल से आएगा क्या।हमने 15 साल में राज्य को जो विकास का दिशा दिखाया है इसी पर हम विश्वास करते हैं और खासकर महिलाएं एनडीए पर ही विश्वास करती है और उसे ही वोट देगी।
तेजस्वी और चिराग पर हमला करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि इन्हें कोई राजनीतिक जानकारी नहीं है क्योंकि कोई क्रिकेट से आया है तो कोई सिनेमाघर से इनका कोई वजूद नहीं है यह लोग सिर्फ अपने परिवार के दम पर चमके हैं|
एनडीए के साथ चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम लोग का संबंध बहुत पुराना है केंद्र का तो पूरा सहयोग है बिहार के विकास में हम लोग तो लगातार साथ मिलकर बिहार के विकास में काम कर रहे हैं जेपी नड्डा मोदी जी और अमित शाह ने कहा कि नीतीश कुमार को हम मुख्यमंत्री बनाएंगे हम लोग ने तो नहीं कहा कहने के लिए पर हम सब साथ काम कर रहे हैं।
बिहार के जंगल राज को हमने हमेशा हमेशा के लिए खत्म कर दिया है अगर सरकार बदल गई तो फिर से पुराना दौर लौट आएगा हमने हर किसी को आजादी से रहने का मौका दिया है।
पिछले 15 सालों में क्या काम हुआ है यह सब जानते हैं और उसके 15 सालों में क्या हुआ था यह किसी को बताने की जरूरत नहीं है लोग डर डर कर भाग रहे थे।जिनके परिवार वालों के द्वारा 15 साल राज किया गया और जिनके शासन काल में लोग भागने लगे वही अब हमला कर रहे हैं हम लोग तो संघर्ष करते हुए काम करते हैं। एनडीए को बहुत अच्छे से बहुमत मिलेगा और हमारी सरकार बनेगी अगर कुछ इधर-उधर हुआ तो 15 वर्ष पुराना सरकार मिलेगा सब बिहार छोड़ कर भाग जाएंगे।
अगर इस चुनाव में जनता हमें नहीं चाहती है तो हम घर बैठकर आराम करेंगे लेकिन ऐसा नहीं होगा जनता को सब पता है कि किसने क्या किया है।
जनता को भरोसा है लेकिन चंद लोग पर हमें भरोसा नहीं है हम यहां सेवा करते हैं लेकिन बाकी लोग राजनीतिक करना चाहते हैं।