पीएमसी बैंक में हुए घोटाले के बाद छोटे खाताधारकों को हो रही परेशानी के बाद पारेख ने कहा कि, ‘मेरे विचार में यह सबसे बड़ा अपराध वित्तीय क्षेत्र में होगा, जब छोटे लोगों की जमा राशि का इस तरह से गलत फायदा बड़े लोगों को बैंकों द्वारा दे दिया जाता है। फिर लोन के डिफॉल्ट होने के बाद सरकार और सिस्टम इस तरह के घोटाले के बाद कर्ज को माफ कर देना पूरी तरह से गलत है।
पारेख ने आगे कहा कि किसी भी वित्तीय सिस्टम के लिए भरोसा और विश्वास रीढ़ की हड्डी की तरह हैं। इसके लिए किसी भी तरह से गलत मूल्यों को बढ़ावा नहीं देना चाहिए। लेकिन ये ही आजकल हो रहा है।
उन्होंने वैश्विक परिदृश्य में भारत को खड़ा करने के लिए खुद में सुधार, वित्तीय क्षेत्र में सुधारों की दिशा में काम करना, नीतियों को सक्षम बनाना, सच्चे और निष्पक्ष उद्यमिता को प्रोत्साहित करना और स्थिर कानून बनाने की बात कही है। पीएमसी बैंक घोटाले की वजह से उसके हजारों ग्राहकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आरबीआई ने ग्राहकों को 25,000 रुपये से अधिक रुपये की निकासी पर रोक लगा दी है।