आरोग्य सेतु एप को किसने विकसित किया है, इसकी जानकारी सरकार के पास नहीं है। सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में राष्ट्रीय सूचना केंद्र (एनअाईसी) ने कहा कि “आरोग्य सेतु एप को डेवलप किए किए जाने से संबंधित कोई भी फाइल एनआईसी के पास नहीं है।’
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने मांगी गई जानकारी नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन के पास भेजा, जिसने कहा- जो सूचना मांगी गई है, वह हमारे प्रभाग से संबंधित नहीं है। इस पर केंद्रीय सूचना आयोग (सीअाईसी) ने सूचना प्राैद्याेगिकी मंत्रालय, एनअाईसी अाैर नेशनल ई-गर्वनेंस डिवीजन काे कारण बताअाे नाेटिस जारी किया है। सीअाईसी ने कहा है कि सूचना नहीं देने के लिए अारटीअाई एक्ट के तहत जुर्माना क्याें न लगाया। सीअाईसी ने अधिकारियाें से 24 नवंबर काे जवाब मांगा है।
बता दें कि सामाजिक कार्यकर्ता सौरभ दास ने सूचना आयोग से यह शिकायत की थी कि आरोग्य सेतु एप किसने बनाया इस बारे में कई मंत्रालय जवाब देने में विफल रहे। सीअाईसी के नाेटिस के बाद सूचना प्राैद्याेगिकी मंत्रालय ने बुधवार काे कहा कि अाराेग्य सेतु एप पूरी तरह से पारदर्शी तरीके से बनाया गया है अाैर इसे पीपीपी के तहत विकसित किया गया है। इसे बनाने वाले काे लेकर काेई भ्रम नहीं है। अाराेग्य सेतु एप काे एनअाईसी ने उद्याेग अाैर विशेषज्ञ वाॅलंटियर्स के सहयाेग से विकसित किया है।