
बिहार चुनाव (Bihar election 2020) की रणभूमि तैयार हो चुकी है. 28 अक्टूबर को राज्य में पहले चरण का मतदान होना है. कुल तीन चरण के मतदान के बाद 10 नवंबर को चुनाव नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे. 10 नवंबर को जनता यह तय कर देगी कि बिहार (Bihar) की सत्ता वह इस बार किस हाथ में दे रही है. बिहार चुनाव को लेकर सभी पार्टियां जोर शोर से प्रचार में लगी हैं. इस बीच ओपिनियन पोल (Bihar Opinion Poll) भी आने शुरू हो गए हैं. इनके मुताबिक राज्य में एनडीए और नीतीश कुमार के गठबंधन को 38 फीसदी वोट मिलने की संभावना है. वहीं तेजस्वी यादव और उनके महागठबंधन को 32 फीसदी वोट ही मिलेंगे.
आजतक में प्रकाशित CSDS-लोकनीति के ओपिनियन पोल के अनुसार बिहार चुनाव में 6 राजनीतिक पार्टियों वाले गठबंधन ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट को 7 फीसदी और चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी को 6 फीसदी वोट मिल सकते हैं. ऐसे में ओपिनियन पोल संकेत दे रहा है कि बिहार में एक बार फिर एनडीए गठबंधन की सरकार बन सकती है. साथ ही नीतीश कुमार के सिर पर मुख्यमंत्री का ताज फिर सज सकता है.
ओपिनियन पोल के मुताबिक, बिहार की कुल 243 विधानसभा सीटों में से एनडीए को 133 से 143 सीट मिल सकती हैं. बिहार विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 122 है. यानी नीतीश कुमार को बहुमत के आंकड़े से अधिक सीटें मिल सकती हैं. वहीं तेजस्वी यादव व अन्य के महागठबंधन को 88 से 98 सीटें मिलने की संभावना दिख रही है. इसके अलावा चिराग पासवान की एलजेपी 2 से 6 सीटों पर ही सिमट सकती है.