गांधी जयंती के 150 वर्ष पूरे होने के दिन ही मध्य प्रदेश के रीवा में महात्मा गांधी के अस्थि अवशेष चोरी होने की ख़बर है । साल 1948 में गांधी के अस्थि अवशेषों का एक हिस्सा रीवा स्थित स्थित बापू भवन में रखा गया था। इस मामले में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार न सिर्फ अस्थि अवशेष की चोरी हुई है बल्कि उनकी तस्वीर से भी छेड़छाड़ की गई। गांधी की तस्वीर पर हरे रंग से ‘राष्ट्रद्रोही’ लिख दिया गया है।
रीवा पुलिस ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि वह इसकी जांच कर रही है। रीवा पुलिस अधीक्षक आबिद खान ने कहा कि रीवा जिला कांग्रेस अध्यक्ष गुरमीत सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। सीसीटीवी के फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान करने का प्रयास जारी है।
महात्मा गांधी ने भारत को ब्रिटिश हकूमत से आज़ादी दिलाने में बेहद अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने अपने सत्याग्रह और अहिंसक आंदोलन के ज़रिए पूरे विश्व में ख्याति प्राप्त की।
हालांकि भारत में एक समूह उन्हें हिंदुओं के ख़िलाफ़ मानता है। इस समूह का सोचना है कि महात्मा गांधी मुसलमानों के पक्षधर थे। इसी सोच के चलते हिंदू महासभा के एक सदस्य नाथूराम गोडसे ने 30 जनवरी 1948 में उनकी हत्या कर दी थी।
मृत्यु के बाद महात्मा गांधी की अस्थियों को नदी में विसर्जित नहीं किया गया था। उन्हें अलग-अलग हिस्सों में बांटकर भारत में बने गांधी के विभिन्न संग्रहालयों में रखा गया, इन्हीं में से एक रीवा का बापू भवन भी है।