सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS Delhi) के मेडिकल बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि सुशांत को मौत के पहले जहर (Poison) नहीं दिया गया था। मेडिकल बोर्ड ने सुशांत की बॉडी का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों को क्लीन चिट नहीं दिया है। बताया जा रहा है कि मेडिकल रिपोर्ट सीबीआइ जांच की दिशा में ही है। इसके पहले सुशांत के परिवार ने सीबीआइ जांच को लेकर असंतोष का इजहार किया था। अब सुशांत मामले में एम्स की मेडिकल रिपेार्ट के बाद ट्विटर पर फैन्स अपनी राय रख रहे हैं। ट्विटर पर हैशटैग #CBIFile302InSSRCase ट्रेंड कर रहा है।
क्या है पूरा मामला, जानिए
विदित हो कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत राजपूत की मौत बीते 14 जून को मुंबई के उनके फ्लैट में हो गई थी। इस मामले में मुंबई पुलिस की जांच से असंतुष्ट सुशांत के पिता ने 25 जुलाई को पटना में बेटे की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakravorty) सहित व उनके परिवार सहित कुछ अन्य के खिलाफ एफआइआर (FIR) दर्ज करा दी थी। मामले में बिहार व महाराष्ट्र की सरकारें आमने-सामने दिखीं। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने 19 अगस्त को इस हाई प्रोफाइल मामले की जांच सीबीआइ (CBI) को सौंप दिया। तब से सुशांत की मौत की जांच सीबीआइ कर रही है। इस बीच सुशांत के परिवार ने जब सीबीआइ जांच की दिशा व दशा पर सवाल उठाए तो सीबीआइ ने कहा कि वह सभी बिंदुओं पर प्रोफेशनल तरीके से जांच कर रही है। अब मामल में नया टर्न सुशांत की विसरा की दिल्ली एम्स में हुई जांच की रिपोर्ट के साथ आया है। इसके बाद सुशांत के चाहने वालों की सोशल मीडिया में प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है।
ट्विटर पर आ रहीं प्रतिक्रियाएं
ट्विटर हैंडल @Rajeshw61113026 से विशाल ने लिखा है कि मेडिकल टीम केवल 20 फीसद विसरा के आधार पर जांच कर रही थी। ट्विटर हैंडल @TannuPriyah से तनु प्रिया ने सुशांत के लिए न्याय की मांग की है।
ट्विटर हैंडल @hereforsush से गुलशन कहते हैं कि इस मामले में कई छेद हैं। सभी सबूत मर्डर की गहरी साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं। सीबीआइ को इस मामले में मुूकम्मल जांच करनी चाहिए। ट्विटर हैंडल
@DhirajSharma96 से धीरज शर्मा सीबीआइ से रोहन राय व आनंदी धवन के बयान दर्ज करने को कह रहे हैं, जिनके बयान अभी तक दर्ज नहीं किए गए हैं। साथ ही मौत की पहली वाली रात में वहां कौन-कौन आया था, इसकी भी पड़ताल करे।
जहर की बात खारिज करती एम्स की रिपोर्ट
बताया जाता है कि एम्स की रिपेार्ट ने सुशांत को जहर देने की थ्योरी को खारिज कर दिया है। यह सुशांत कि पिता के उस आरोप की पुष्टि नहीं करता, जिसमें उन्होंने कहा था कि सुशांत को रिया चक्रवर्ती धीमा जहर दे रही थी। रिपोर्ट ने सुशांत की जहर से मौत या मौत के पहले जहरे देने की भी पुष्टि नहीं की है। हां, एम्स की रिपोर्ट में मुंबई के अस्पताल में किए गए पोस्टमॉर्टम में कमियों व लापरवाही को लेकर सवाल भी उठाए गए हैं।
सीबीआइ जांच की दिशा से असंतुष्ट परिवार
खास बात यह भी है कि एम्स की मेडिकल रिपोर्ट सीबीआइ जांच की दिशा में ही है। जबकि, सुशांत का परिवार सीबीआइ जांच की वर्तमान दिशा को गलत करार दे रहा है। सीबीआइ इस मामले में कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है। उसने सुशांत के फ्लैट में क्राइम सीन भी रिक्रियेट किया। इसके बावजूद सीबीआइ अभी तक किसी नतीजे तक नहीं पहुंच पाई है। सीबीआइ जांच की स्थिति से सुशांत का परिवार संतुष्ट नहीं है। परिवार इसे सुसाइड मानने के लिए भी तैयार नहीं है। सुशांत के पिता केके सिंह के वकील विकास सिंह ने कहा है कि सुशांत के मामले की जांच करने वाली एम्स की मेडिकल टीम में शामिल एक डॉक्टर ने सुशांत की गर्दन पर पड़े दाग की तस्वीर देखकर उनसे कहा था कि यह दो सौ फीसद गला घोंटने का मामला है। तस्वीर सुशांत की बहन ने खींची थी।