बिहार में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। प्रचार से लेकर चुनाव खत्म होने और वोटों की गिनती तक लोकतंत्र के इस महापर्व को शांतिपूर्ण तरीके से निपटाना एक बड़ी चुनौती होगी। बड़े अपराधी हों या फिर नक्सली या कोई बाहुबली नेता, वे मतदाताओं को डराएं-धमकाएं नहीं इसके लिए बूथ से लेकर स्ट्रांग रूम तक सुरक्षा के सख्त और पुख्ता इंतजाम करने होंगे। चुनाव में बिहार पुलिस अपने स्तर पर काम तो करेगी ही लेकिन चुनाव के दौरान किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो, इसे ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार की तरफ से एक बड़ा कदम उठाया गया है। सेंट्रल आर्म्ड फोर्स की 300 कंपनियों को शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए बिहार भेजने का आदेश दिया गया है। इसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से एक आदेश भी शनिवार को ही जारी कर दिया गया।
जारी किए गए आदेश की कॉपी बिहार के मुख्य सचिव, गृह सचिव और डीजीपी को भेजी गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से जारी इस आदेश के अनुसार सीआरपीएफ की 80, बीएसएफ की 55, सीआईएसएफ की 50, एसएसबी की 70, आईटीबीपी की 30 और आरपीएफ की 15 कंपनियां शामिल हैं। यही बिहार चुनाव संपन्न कराएंगी। इन कंपनियों को तत्काल बिहार भेजने का आदेश दे दिया गया है। बिहार विधानसभा का चुनाव तीन चरणों में होना है। पहले फेज की वोटिंग 28 अक्टूबर, दूसरे फेज की वोटिंग 3 नवंबर और तीसरे फेज की वोटिंग 7 नवंबर को होनी है। जबकि वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी और तब तक सेंट्रल आर्म्ड फोर्स की कंपनियां बिहार में मौजूद रहेंगी। इनके बिहार पहुंचते ही एरिया डॉमिनेशन का काम शुरू कर दिया जाएगा। शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए इन्हें पूरी तरह से मुस्तैद रहने को कहा गया है।