
सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले की जांच अब सीबीआई करेगी. सुप्रीम कोर्ट फैसले से यह बात साफ हो गयी. कोर्ट का फैसला आते ही सीबीआई एक्टिव भी हो गयी है. सीबीआई की मुंबई ब्रांच केस को लेकर सक्रिय हो गयी है.
सीबीआई की एसआईटी टीम जल्द ही मुंबई जाएगी. जहां पर केस से संबंधित सारे कागजात को मुंबई पुलिस से हैंडओवर लेगी. बताया जा रहा है कि मुंबई कमिश्नर के कार्यालय में सीबीआई को केस से संबंधित कागजात सौंपी जाएगी.
लेकिन इसी बीच बीएमसी की तरफ से एक खबर यह भी आ रही है कि जांच के दौरान अगर सीबीआई की टीम 7 दिन से ज्यादा मुंबई में रहती है तो उसे बीएमसी से इजाजत लेनी होगी.
टाइम्स नाउ के हवाले से जो खबर सामने आ रही है उसके अनुसार बीएमसी का कहना है कि अगर सीबीआई मुंबई में 7 दिनों से कम समय तक रहती है तो उसे क्वारंटीन में नहीं रखा जाएगा. लेकिन वे 7 दिन से अधिक रहना चाहेगी तो उसे बीएमसी से अनुमति लेनी होगी.

बता दें कि सुशांत सिंह मौत मामले की जांच करने मुंबई गयी पटना एसटीएफ की टीम को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था. जांच को और धार देने के लिए पटना से एक सिनियर आईपीएस ऑफिसर को मुंबई भेजा गया. अधिकारी के मुंबई पहुंचते ही बीएमसी ने जबरन उन्हें क्वारंटीन कर दिया. जिसको लेकर बिहार पुलिस ने कड़ी आपत्ति दर्ज करायी थी. कानूनी चेतावनी के बाद अचानक बीएमसी ने बिहार के सिनियर आईपीएस अधिकारी को क्वारंटीन मुक्त किया.
अब देखना दिलचस्प होगा की बीएमसी का नया फरमान से क्या गतिरोध उत्पन्न होता है. क्यों की इसके पहले बीएमसी के रवैया को लेकर बिहार में काफी रोष उत्पन्न हुआ था.
सीबीआई की एसआईटी टीम जल्द ही मुंबई जाएगी. जहां पर केस से संबंधित सारे कागजात को मुंबई पुलिस से हैंडओवर लेगी. बताया जा रहा है कि मुंबई कमिश्नर के कार्यालय में सीबीआई को केस से संबंधित कागजात सौंपी जाएगी.
लेकिन इसी बीच बीएमसी की तरफ से एक खबर यह भी आ रही है कि जांच के दौरान अगर सीबीआई की टीम 7 दिन से ज्यादा मुंबई में रहती है तो उसे बीएमसी से इजाजत लेनी होगी.
टाइम्स नाउ के हवाले से जो खबर सामने आ रही है उसके अनुसार बीएमसी का कहना है कि अगर सीबीआई मुंबई में 7 दिनों से कम समय तक रहती है तो उसे क्वारंटीन में नहीं रखा जाएगा. लेकिन वे 7 दिन से अधिक रहना चाहेगी तो उसे बीएमसी से अनुमति लेनी होगी.
बता दें कि सुशांत सिंह मौत मामले की जांच करने मुंबई गयी पटना एसटीएफ की टीम को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था. जांच को और धार देने के लिए पटना से एक सिनियर आईपीएस ऑफिसर को मुंबई भेजा गया. अधिकारी के मुंबई पहुंचते ही बीएमसी ने जबरन उन्हें क्वारंटीन कर दिया. जिसको लेकर बिहार पुलिस ने कड़ी आपत्ति दर्ज करायी थी. कानूनी चेतावनी के बाद अचानक बीएमसी ने बिहार के सिनियर आईपीएस अधिकारी को क्वारंटीन मुक्त किया.
अब देखना दिलचस्प होगा की बीएमसी का नया फरमान से क्या गतिरोध उत्पन्न होता है. क्यों की इसके पहले बीएमसी के रवैया को लेकर बिहार में काफी रोष उत्पन्न हुआ था.