चीन के जिस वुहान शहर से कोरोनावायरस संक्रमण दुनियाभर में फैला, वहां से एक और चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। यहां जिन मरीजों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था और वे इलाज के बाद ठीक हो चुके थे, उनमें से 90% लोगों के फेफड़े खराब हो चुके हैं। यही नहीं, ठीक हो चुके मरीजों में से 5% दोबारा कोरोना संक्रमित होकर अस्पताल में भर्ती हैं।
चीन में हुबेई प्रांत के वुहान में अब तक 68,138 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, जबकि 4512 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। मंगलवार को यहां 27 नए मामले दर्ज किए गए। इनमें 22 मामले शिनजियांग प्रांत में दर्ज हुए हैं। दरअसल, झोंगनान अस्पताल के इंटेंसिव केयर यूनिट के निदेशक पेंग झियोंग के नेतृत्व में वुहान यूनिवर्सिटी की एक टीम काम कर रही है। इसने वुहान में अप्रैल से ठीक हुए 100 कोरोना मरीजों पर एक सर्वे किया। यह टीम ठीक हो चुके 100 मरीजों पर अप्रैल से नजर रख रही थी। समय-समय पर इनके घर जाकर इनकी सेहत की जानकारी ले रही थी। एक साल तक चलने वाले इस सर्वे का पहला चरण जुलाई में खत्म हुआ। इस सर्वे में मरीजों की औसत उम्र 59 साल है। सर्वे के पहले दौर के परिणामों के अनुसार ठीक हुए मरीजों में 90% के फेफड़े खराब हो चुके हैं।
विशेषज्ञ बोले: दोबारा संक्रमण या पुरानी बीमारी, अभी कह नहीं सकते
झोंगनान अस्पताल के निदेशक पेंग झियोंग ने कहा कि अभी पता नहीं चल पाया है कि ये लोग कोरोना से दोबारा संक्रमित हुए हैं या कोई पुरानी बीमारी है। ठीक हुए मरीजों के शरीर में वायरस से लड़ने वाली बी-सेल्स में भी भारी कमी देखी गई है। अभी कोरोना संक्रमण से बाहर आए लोग पूरी तरह से ठीक नहीं हुए हैं। इन्हें थोड़ा समय और लग सकता है।