प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के लोधी एस्टेट स्थित सरकारी बंगले (Sarkari Bangla) से निकलने के बाद अब कांग्रेस (Congress) को लुटियंस दिल्ली में अपने चार बंगले गंवाने पड़ सकते हैं। इनमें एक 24 अकबर रोड स्थित उसका मुख्यालय भी है।
आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय के संपदा निदेशालय (Directorate of Estates) ने इस संबंध में दो वर्ष पुराने प्रस्ताव पर विचार करना शुरू कर दिया है।
अगर प्रस्ताव को आखिरी मंजूरी मिल गई तो कांग्रेस (Congress) को 24 अकबर रोड, 26 अकबर रोड, 5 रायसीना रोड और चाणक्यपुरी स्थित CII/109 बिल्डिंग खाली करने पड़ सकते हैं। 24 अकबर रोड में 1976 से कांग्रेस पार्टी का मुख्यालय है, वहीं 26 अकबर रोड कांग्रेस सेवा दल का दफ्तर जबकि 5 रायसीना रोड में इंडियन यूथ कांग्रेस का ऑफिस है।
डायरेक्टरेट (Directorate of Estates) पहले यह प्रस्ताव 2018 में लेकर आया था। 24 अकबर रोड के लिए एक्सटेंशन खत्म होने के पांच महीने बाद इस प्रस्ताव को मार्च 2019 में कैबिनेट कमिटी ऑन अकोमोडेशन (CCA) के सामने भेजा गया था। सूत्रों की मानें तो मोदी सरकार ने 2019 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर इस प्रस्ताव पर कदम बढ़ाने से हिचक गई। अब डायरेक्टरेट ने नया प्रस्ताव लाया है।
इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘अब इस मुद्दे के समाधान का वक्त आ गया है। कांग्रेस को अपना पार्टी ऑफिस बनाने के लिए 2010 में इंस्टिट्यूशनल लैंड आवंटित किया गया था। नियम स्पष्ट कहते हैं कि किसी पार्टी को ऑफिस बनाने के लिए तीन साल का वक्त दिया जाना चाहिए। उन्हें (कांग्रेस को) इन भवनों के सात साल पहले खाली कर देना चाहिए था।’
कांग्रेस (Congress) पार्टी को अपना पार्टी दफ्तर बनाने के लिए जून 2010 में 9-A राउज एवेन्यू में जमीन आवंटित की गई थी। सरकारी नीति के मुताबिक, कांग्रेस को ये बंगले तुरंत खाली कर देने चाहिए क्योंकि इनका लीज जून 2013 में ही खत्म हो चुका है।