केन्द्र सरकार ने भागलपुर में गंगा पर बने विक्रमशिला सेतु के समानांतर नये पुल को गुरुवार को मंजूरी दे दी। नया पुल चार लेन का होगा। इसके निर्माण पर 1726 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
पुल की लम्बाई 4.367 किमी होगी, जबकि पहुंच पथ 9.942 किमी लम्बा होगा। राज्य पुल निर्माण निगम ने इस पुल का डीपीआर बनाया था, जिसे राज्य सरकार ने भारत सरकार को पहले ही भेज दिया था।
विक्रमशिला सेतु के समानान्तर नये फोर लेन पुल बनाने की योजना प्रधानमंत्री के विशेष पैकेज में शामिल की गई है। इसके लिए नवगछिया से भागलपुर और भागलपुर से हंसडीहा तक की सड़क को राष्ट्रीय उच्च पथ में पहले ही शामिल किया जा चुका है। – नंदकिशोर यादव, पथ निर्माण मंत्री, बिहार
केन्द्र सरकार ने गंगा पर नये फोर लेन वाले पुल के निर्माण की योजना के साथ उसके एलाइनमेंट पर भी मुहर लगा दी। नया पुल वर्तमान विक्रमशिला सेतु के समानान्तर 50 मीटर पूरब की ओर होगा। पुल के निर्माण की सैद्धांतिक सहमति केन्द्र ने पहले ही दे दी थी। लिहाजा राज्य सरकार ने इसके लिए जरूरी 51 एकड़ जमीन के अधिग्रहण का काम पहले से शुरू कर दिया है। जल्द ही इस पुल का टेंडर कर निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
कोसी को पूर्व बिहार से जोड़ने वाला यह पुल भागलपुर में जर्जर हो चुके गंगा पर बने विक्रमशिला सेतु का नया विकल्प होगा। यह पुल राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 80 को राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 31 से जोड़ेगा। पुराने पुल का भी यही मार्ग है, लेकिन अब उस पुल की स्थिति जर्जर हो चुकी है। साथ ही दो लेन के इस पुल की क्षमता से अधिक ट्रैफिक का बोझ उस रोड पर हो गया है। ऐसे में इस नये पुल की जरूरत महसूस की जाने लगी। इस पुल के बनने से भागलपुर शहर में आवागमन सुगम होने के साथ-साथ उत्तर बिहार से झारखंड और कोलकाता आने-जाने में काफी सहूलियत होगी। नवगछिया से उत्तर कोसी नदी पर विजयघाट में राज्य सरकार ने चार लेन पुल का निर्माण पूरा कर लिया है। कोसी का इलाका भी पूर्व बिहार से जुड़ जाएगा।