फ्रांस से चला राफेल फाइटर जेट आज भारत पहुंचेगा. हरियाण के अंबाला स्थित एयरफोर्स एयरबेस पर पांचों राफेल का स्वागत किया जाएगा. राफेल सोमवार को फ्रांस से उड़ा था और फिर शाम में यूएई के अल दाफरा एयरबेस पर था. राफेल यूएई में में था और वहां के इरानी हमलों के मद्देनजर अलर्ट जारी किया गया था. दरअसल, ईरानी सैनिकों के युद्धाभ्यास के बाद यूएई के अबू धाबी में अल दाफरा एयरबेस पर मंगलवार (28 जुलाई) को अमेरिकी सैनिकों के साथ ही अल-उदीद एयरबेस जो कि कतर में अमेरिकी सेना के मध्य कमान का मुख्यालय है, को अलर्ट पर रखा गया है. अल दाफरा एयरबेस ही वह जगह है, जहां फ्रांस से भारत आ रहे पांच राफेल लड़ाकू विमान फिलहाल रुके हैं. इंडिया टुडे की खबर के मिताबिक, ईरानी बलों ने मंगलवार को रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण होरमुज जलक्षेत्र में एक नकली विमान वाहक पोत पर हेलीकॉप्टर के जरिए मिसाइल से हमला किया, यह एक मॉक ड्रिल था, जिसका उद्देश्य तेहरान और वॉशिंगटन में बढ़े तनावों के बीच अमेरिका को सांकेतिक चेतावनी देना था.
अमेरिकी मीडिया के मुताबिक, ईरानी कमांडो भी ग्रेट प्रोफेट-14 नामक अभ्यास के दौरान विमान वाहन की इस प्रतिकृति पर एक हेलीकॉप्टर से तेजी से हमला करते नजर आए. अन्य वीडियो में एक हेलीकॉप्टर को प्रतिकृति पर एक मिसाइल दागते हुए दिखाया गया. ईरानी सैनिकों ने ड्रोन को लक्ष्य कर एक जगह से एंटी-एयरक्राफ्ट बैटरियों से भी निशाना साधा.
रिपोर्ट के अनुसार, यह अभ्यास बंदर अब्बास के पास किया गया. बता दें कि पांच राफेल विमानों की पहली खेप सोमवार (27 जुलाई) को फ्रांसीसी बंदरगाह शहर बोरदु में मेरिग्नैक एयरबेस से रवाना हुई थी. इससे पहले कि सभी समझ पाते कि वास्तव में हुआ क्या है एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि अभ्यास के दौरान बैलिस्टिक मिसाइल फायर को डिटेक्ट करने के बाद यूएई के अबू धाबी में अल दाफरा एयरबेस पर अमेरिकी सैनिकों के साथ ही अल-उदीद एयरबेस जो कि कतर में अमेरिकी सेना के मध्य कमान का मुख्यालय है, को अलर्ट पर रखा गया है.