छात्रों के बीच इस बात का संशय था कि इस वर्ष उनकी फाइनल परीक्षा हो पाएगी या नहीं । कोरोना काल चल रहा है और ऐसे में तमाम तरह के सावधानियों के बाद भी लोगों पर संक्रमण का खतरा बढता जा रहा है । लेकिन फिर भी केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने विश्वविद्यलयों को फाइनल इयर की परीक्षा को मंजूरी दे दी है ।
कोरोना काल के दौरान सभी विश्वविद्यालयों में फाइनल ईयर की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश भर के सभी विश्वविद्यालयों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को परीक्षाएं देने की मंजूरी दे दी है. हालांकि इस पूरे प्रक्रिया में सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना से बचाव के लिए सभी तरह के गाइडलाइन का पालन करना होगा.सोमवार को गृह मंत्रालय की तरफ से यह आदेश जारी किया गया है.
केंद्रीय उच्च शिक्षा सचिव की तरफ से सभी विश्वविद्यालयों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को परीक्षा संचालित करने की छूट दी गई है. मंत्रालय ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि यूजीसी की गाइडलाइन के मुताबिक यूनिवर्सिटी के एकेडमिक कैलेंडर में फाइनल टर्म एग्जाम का संचालन जरूरी है, लिहाजा गृह मंत्रालय की तरफ से जारी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर का पालन करते हुए परीक्षाएं आयोजित की जाएं.
25 मार्च को देश में लॉकडाउन लागू होने के बाद विश्वविद्यालयों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थी. 1 जून को देश में लॉकडाउन खत्म हुआ और अनलॉक की शुरुआत हुई, लेकिन शैक्षणिक संस्थानों को कोई रियायत नहीं दी गई और अब अनलॉक टू में यह बड़ी राहत दी गई है. उधर केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने कहा है कि विश्वविद्यालयों में फाइनल ईयर की परीक्षाएं सितंबर के अंत तक कराई जाएंगी. अगर कोई छात्र सितंबर में फाइनल ईयर की परीक्षा नहीं दे पाता है तो उसे एक और मौका दिया जाएगा. मंत्रालय ने सभी शिक्षण संस्थानों को सुविधाजनक तरीके से परीक्षा आयोजित कराने को कहा है.