दिल्ली पंजाब से घर लौटे प्रवासी मजदूरों को अब कमाने के लिये वापस दिल्ली पंजाब नहीं जाना पड़ेगा । मोदी सरकार ने जो योजना शुरू की है उनके तहत उन्हे अब उनके गाँव में ही काम मिलेगा । भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज इस योजना की शुरूआत वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये शुरूआत की ।
कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन की वजह से देशभर में लाखों प्रवासी श्रमिक प्रभावित हुए हैं. इन प्रवासी मजदूरों की दिक्कतों को दूर करने के लिए PM मोदी ने शनिवार को गरीब कल्याण रोजगार योजना का शुभारंभ किया.इस योजना के तहत प्रवासी श्रमिकों को उनके ही जिले में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे.
गरीब कल्याण रोजगार अभियान नाम की इस योजना का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम मोदी ने आज शुभारंभ किया. यह अभियान बिहार के खगड़िया जिले के तेलिहार गांव से शुरू किया गया है. गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरूआत के मौके पर पीएम मोदी के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के अलावा पांच अन्य राज्यों के मंत्री और संबंधित मंत्रालयों के केंद्रीय मंत्री भी इस लांच में मौजूद रहे.
योजना का शुभारंभ करने के बाद पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘6 लाख से ज्यादा गांवों वाला हमारा देश, जिनमें भारत की दो-तिहाई से ज्यादा आबादी, करीब 80-85 करोड़ लोग जहां रहते हैं, उस ग्रामीण भारत में कोरोना के संक्रमण को आपने बहुत ही प्रभावी तरीके से रोका है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘ग्राउंड पर काम करने वाले ग्राम प्रधान जैसे लोगों से शानदार काम किया है. ये लोग प्रशंसा के पात्र हैं. कोई आपकी तारीफ करे या न करें, मैं आपकी तारीफ करता हूं. मैं इस शक्ति को नमन करता हूं. देश के गांवों को नमन. शत शत नमन. मुझे बताया गया है कि परसों से पटना में आधुनिक मशीन कोरोना टेस्टिंग शुरू करने वाली है. मैं बिहार के लोगों को बधाई देता हूं.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि मुझे इस कार्यक्रम की प्रेरणा कुछ श्रमिक साथियों से ही मिली. मैंने मीडिया में लॉकडाउन में एक उन्नाव की एक खबर देखी. वहां एक स्कूल को क्वारनटीन सेंटर बनाया था. वहां रहने वाले श्रमिकों की रंगाई पुताई में मास्टरी थी. उन्होंने स्कूल का अपने-अपने हुनर से कायाकल्प कर दिया.
कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने लद्दाख के हालातों पर भी बात की. पीएम मोदी ने कहा, लद्दाख में हमारे वीरों ने जो बलिदान दिया है, मैं गौरव के साथ इस बात का जिक्र करना चाहूंगा कि ये पराक्रम बिहार रेजीमेंट का है, हर बिहारी को इसका गर्व होता है. जिन सैनिकों ने अपना बलिदान दिया है उन्हें मैं श्रद्धांजलि देता हूं. ‘PM मोदी ने कहा, मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं देश आपके साथ है.’
इस मौके पर कार्यक्रम को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि कोरोना लॉकडाउन में काफी लोग बिहार लौटे हैं. इस दौरान लोगों को क्वारनटीन रखने का काम किया. मुख्यमंत्री ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान, मैंने बिहार लौटने के बाद विभिन्न जिलों में मजदूरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बातचीत की. मुझे लगा कि वे काम के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना चाहते.
नीतीश कुमार ने कहा कि गरीब कल्याण योजना से काफी लोगों को लाभ मिलेगा. नीतीश कुमार ने इस दौरान जीएसटी में छूट देने की मांग की. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने गरीब कल्याण योजना के जरिये लोगों की मदद का प्रयास किया है यह सराहनीय है.
125 दिनों का गरीब कल्याण रोजगार अभियान मिशन मोड में चलाया जाएगा. 50 हजार करोड़ रुपये के फंड से एक तरफ प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने के लिए विभिन्न प्रकार के 25 कार्यों का तीव्र और केंद्रित होकर क्रियान्वयन होगा, तो दूसरी तरफ देश के ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाएगा.
बता दें कि कोरोना के ताजा हालातों को देख सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए 6 राज्यों के 116 जिलों के गांव सार्वजनिक सेवा केंद्रों और कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से इस कार्यक्रम में जुड़ेंगे.