श’हीदों के चि’ताओं पर लगेंगे हर बरस मेले वतन पर मिटने वालों का यहीं बांकि निशां होगा । बिहटा के चौराहे पर तिरंगे में लिपटे श’हीद सुनील का पार्थिव शरीर आया तो लोगों ने वीर सुनील अमर रहे और जिंदाबांद के नारे से पुरे बिहटा को गुंजा दिया ।
बिहटा चौराहे से ही युवा हाथों में तिरंगा लिए वीर सुनील अमर रहे और चाइना होश में आओ जैसे नारों के साथ उनका पार्थिव शरीर लेकर आई गाड़ी के साथ चलकर उनके पैतृक गांव पहुंचे। इस दौरान सड़क किनारे और गांव की छतों पर अंतिम दर्शन के लिए लोग खड़े थे। एम्बुलेंस से जैसे ही पार्थिव शरीर को उतारा गया गांव वालों ने एक स्वर से वीर सुनील जिंदाबाद का नारा लगाया।
बिहटा के लाल श’हीद सुनील को गुरुवार को मनेर के हल्दी छपरा घाट पर अंतिम विदाई दी गई। इससे पहले श’हीद सुनील का पा’र्थिव शरीर गुरुवार के अहले सुबह उनके पैतृक गांव तारानगर पहुंचते ही श्रद्धांजलि और सलामी देने जन सैलाब उमड़ पड़ा।
गांव के दस किलोमीटर के अंदर सिर्फ और सिर्फ श’हीद सुनील अमर रहे ही सुनाई दे रहा था। पा’र्थिव शरीर को सेना के जवान घर के अंदर लेकर गए और परिजनों को सौंप दिया। उसके बाद ताबूत से बाहर निकाल कर अंतिम दर्शन को परिजनों को सौंपा। पति को देखते ही रीति देवी फफक पड़ीं। बच्चे आयुष, सोनाली और विराट की भी अश्रुधारा बह निकली। वहीं मां रुक्मिणी देवी और अन्य परिजनों के ची’त्कार से पूरा वातावरण करुणामय हो गया। बड़े भाई अनिल एक कोने में अलग जाकर रोना शुरू कर दिए। यह दृश्य देखकर सेना के अधिकारी और जवानों की आंखें भी नम हो गईं।
उसके बाद पार्थिव शरीर को जवानों ने पहले रांथी पर लिटाया और अंत मे तिरंगे में लपेटकर आंगन से बाहर निकाला। वहां एक बार फिर सुनील कुमार अमर रहे के नारे लगने लगे। घर के बाहर पत्नी ने सेना के जवानों के साथ अंतिम सलामी दी। फिर सैकड़ों युवाओं ने 400 मीटर लंबे तिरंगे के साथ यात्रा की शुरुआत की। इतना ही नहीं वे सभी तरह-तरह के नारों के साथ लगभग 20 किमी की दूरी तय करते हुए मनेर के हल्दी छपरा घाट पहुंचे। इस दौरान सड़क के दोनों ओर हजारों की संख्या में लोग अंतिम दर्शन को खड़े रहे। इस दौरान एसएसपी उपेंद्र शर्मा, सिटी एसपी अशोक कुमार मिश्रा, एसडीओ तरण ज्योत सिंह, थानाध्यक्ष अवधेश कुमार झा, बीडीओ विभेष आनंद, सीओ विजय कुमार सिंह और महिला तथा पुरुष जवान मुस्तैदी से डटे दिखे। शव यात्रा में शामिल होने के लिए मनेर विधायक भाई वीरेन्द्र, पूर्व विधायक अनिल कुमार, रामजन्म शर्मा, आशुतोष कुमार,पप्पू यादव समेत कई नेता पहुंचे।
मनेर के हल्दी छपरा घाट पर उस वक्त लोगों के आंखों में आंसू आ गए जब बिहार रेजिमेंट के जवानों ने तिरंगे में लपेटे श’हीद के पार्थिव शरीर से तिरंगा को उठाकर श’हीद के पुत्र के हाथों में थमाया। नियमों के मुताबिक श’हीद के शरीर पर लिपटा तिरंगा मुखाग्नि देने वाले परिजन को सौंप दिया जाता है। जवानों ने जैसे ही पुत्र आयुष के हाथों में तिरंगा को सौंपा पुत्र ने नम आंखों से जवानों से कहा कि हमें अपने पिता का बदला चाहिए। जिन्होंने पिता के साथ धोखे से वार किया उन्हें सबक सिखाना जरूरी है।
श’हीद की अंतिम यात्रा में शामिल गांव वालों में आ’क्रोश साफ देखा जा रहा था। लोगों की आंखें नम थींं, पर श’हीद को देखकर सीना चौड़ा था। गांव वालों ने कहा कि हमारे देश के 20 जवान श’हीद हुए हैं। हमे 20 के बदला 200 से लेना चाहिए। लोगों ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि दुश्मनों को मजबूती से जबाब दें। श’हीद सुनील कुमार की बेटी सोनाली ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि चीन के बने हुए सामानों का लोग बहिष्कार करें।
श’हीद सुनील कुमार के अंतिम संस्कार के समय हल्दी छपरा घाट पर हर दलों के लोग मौजूद रहे। बीजेपी नेता और पथ निर्माण मंत्री नन्द किशोर यादव, सांसद रामकृपाल यादव, आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र, सहित कांग्रेस के नेता भी शामिल हुए। नंद किशोर यादव ने कहा कि देश मजबूत हाथों में है और किसी कीमत पर हम पीछे नहीं हटेंगे। श’हीद का बदला सरकार जोरदार तरीके से लेगी। सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि ऐसे समय में हर नागरिक साथ हैं। श’हीद के परिवारों की हर जरूरत को पूरा करना हमारा कर्तव्य है।